“जिंदगी चुने तम्बाकू नहीं” जिला स्वास्थ्य समिति के तहत राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम को लेकर हुई बैठक।
गढ़वा: डीसी रमेश घोलप की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति के तहत राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम को लेकर बैठक हुई। बैठक में जिले में तम्बाकू नियंत्रण को लेकर कार्ययोजना बनाई गई एवं जिला स्वास्थ्य समिति के सदस्यों/संबंधित पदाधिकारियों को कई आवश्यक निर्देश दिए गए।
बैठक में उपायुक्त ने जनमानस से अपिल किया कि ” जिन्दगी चुनें तम्बाकू नहीं। ” अगर आप तम्बाकू / धुम्रपान की आदत से परेशान हैं या इस लत को छोडना चाहते हैं तो सदर अस्पताल गढ़वा के तम्बाकू नशामुक्ति केन्द्र (TCC) में सम्पर्क करें। तम्बाकू मुक्ति सेवा केन्द्र 1800-11-2356 (टॉल फ्री) पर कॉल करें। (टॉल फ्री सेवा प्रातः 08 बजे से रात्रि 08 बजे तक सोमवार को छोडकर) या दुरभाष नंम्बर 011-22901701 पर मिस कॉल करें या http://www.nhp.gov.in/quit-tobacco/registration पर पंजीकश्त कर तम्बाकू / धुम्रपान से मुक्ति की सुविधा का लाभ उठायें।
साथ हीं बैठक में सिविल सर्जन ने कहा कि तम्बाकू का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इसके सेवन से विश्व में प्रति वर्ष 54 लाख से अधिक लोगों कि मौतें होती हैं। विश्व में तम्बाकू सेवन के कारण मुँह से संबंधित कैंसर रोगियों कि संख्या सर्वाधिक भारत में है जिनमें 90 प्रतिशत कैंसर तम्बाकू सेवन से होता है। | इसके सेवन से पुरूषों में नपुन्सकता, महिलाओं में प्रजन्न छमता की कमी आना, बॉझपन -जैसी समस्याएँ पैदा होती है। तम्बाकू के सेवन से हश्दय एवं रक्त संबंधी बिमारियाँ तेजी से होती है, जिससे अधिकतर मौतें दिल का दौरा पड़ने से होती है। सभी प्रकार कैंसर में तम्बाकू सेवन से जुडी कैंसरों का हिस्सा 40 प्रतिशत है। झारखण्ड में 38.9 प्रतिशत वयस्क आबादी किसी न किसी रूप में तम्बाकू सेवन करते हैं, जो कि राष्ट्रीय औसत 28.6 प्रतिशत से काफी अधिक है।
तम्बाकू नियंत्रण को लेकर जिला एवं प्रखंड स्तर पर उड़न दस्ता टीम एवं पुलिस विभाग को सक्रिय भूमिका निभाते हुए येलो लाइन कंपैन, पिक्टोरियल वार्निंग, सार्वजनिक क्षेत्र में धूम्रपान करने वालों पर कार्रवाई, विभिन्न प्रकार के ऐक्ट समेत अन्य के अनुपालन को कहा गया। साथ हीं सभी एमओआईसी को अपने क्षेत्र में माइकिंग के माध्यम से आमजनों को जागरूक करने को कहा गया। जिससे गढ़वा जिला को तम्बाकू मुक्त जिला बनाने की दिशा में कार्य किया जा सके। इस बैठक में मुख्य रूप से उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, निदेशक डीआरडीए, अनुमंडल पदाधिकारी नगर उंटारी, डीएसपी मुख्यालय, मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी एमओआईसी एवं अन्य संबंधित उपस्थित थे।