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गढ़वा: रमकंडा प्रखंड के चेटे पंचायत से हुआ जल संरक्षण अभियान का शुभारम्भ, बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत सभी प्रखंडों के 650 एकड़ भूमि पर वृक्षारोपण कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ

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कुल 142 पंचायत भवन परिसर में बृक्षारोपण किया गया

 

प्रारम्भ की गई जल संरक्षण की 2500 योजना

 

 

  गढ़वा : जिले के रमकंडा प्रखंड अंतर्गत चेटे पंचायत मुख्यालय में मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, झारखंड सरकार द्वारा जनसंवाद एवं जल संग्रहण कार्यक्रम का आयोजन उपायुक्त गढ़वा शेखर जमुआर की अध्यक्षता में सम्पन्न किया गया। कार्यक्रम के शुभारंभ के पूर्व मुख्य अतिथि  मंत्री श्री ठाकुर का अभिनंदन उनके आगमन पर जेएसएलपीएस की टीम द्वारा स्वागतगाण प्रस्तुत कर किया गया। साथ ही ग्राम पंचायत भवन परिसर चेटे में वृक्षारोपण किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ मंत्री श्री ठाकुर उपायुक्त गढ़वा श्री जमुआर, अपर समाहर्ता पंकज कुमार सिंह, निदेशक डीआरडीए दिनेश प्रसाद सुरीन, डीएफओ साउथ शशी कुमार, प्रखंड प्रमुख, सुरजी देवी, बीडीओ पुष्कर सिंह मुंडा, मुखिया कामेश कोरवा आदि द्वारा सामुहिक रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।

 

जिले में जल संकट की समस्या के समाधान हेतु जल संरक्षण/संग्रहण कार्यक्रम का शुभारम्भ अनुमंडल पदाधिकारी रंका राम नारायण सिंह के स्वागत संबोधन से किया गया। तत्पश्चात उपायुक्त गढ़वा श्री जमुआर द्वारा मंच से संबोधित करते हुए कहा गया कि इस कार्यक्रम के दौरान सम्पूर्ण जिला में जल संग्रहण की योजना यथा- सॉकपीट, वर्मी कम्पोस्ट, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, पंचायत भवन में पौधरोपण आदि के साथ-साथ बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत वृक्षारोपण की योजना वृहत पैमाने पर प्रारम्भ किया जा रहा है। साथ ही नई योजनाओं की स्वीकृति प्रदान की जा रही है। उन्होंने बताया कि बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत जिले के 142 पंचायत में 650 एकड़ भूमि में डिग्गिंग करके वृक्षारोपण का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आज के कार्यक्रम के जरिये ना सिर्फ वृक्षारोपण करना बल्कि जल संग्रहण के सभी उपाय भी किए जा रहे हैं। इस दौरान उपायुक्त शेखर जमुआर द्वारा जिला एवं प्रखंड स्तर के पदाधिकारियों/कर्मियों को भी प्लांटेशन करने की अपील की। उन्होंने बताया कि गढ़वा जिला अंतर्गत कुल 189 पंचायतों हेतु 3581 नई योजनाओं की स्वीकृति प्रदान की गई है। इसके अतिरिक्त जल संचयन की विभिन्न योजना के तहत लगभग 2500 योजनाओ की शुरुवात की गई। बताया गया की जल संरक्षण हेतु सभी आंगनबाड़ी केंद्र, सभी पी०एच०सी०, सभी विद्यालय में भी वृक्षारोपण करने हेतु सम्बंधित विभाग के पदाधिकारी को निदेश दिया गया है. उपायुक्त द्वारा आम लोगो से अपील की गई है कि सरकारी परिसर में लगाये गये पौधा को बचाने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित किया जाय ताकि भविष्य में जल संकट का समाधान हो सके। उन्होंने जनसंवाद के दौरान आमजनों से अपनी बातों को रखने की भी अपील की।

 मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर द्वारा अपने अभिभाषण में सभी का अभिवादन किया गया। उन्होंने पेयजल की समस्या को एक वैश्विक समस्या बताया। जल संग्रहण को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि इस समस्या का समाधान यदि ससमय हम सभी मिलकर नहीं करते हैं तो भविष्य में स्थिति और भी भयावह हो जाएगी। इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए वृक्षारोपण व जल संग्रहण का कार्य करने की बात कही। उन्होंने बताया कि इस समस्या की कल्पना करते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री झारखंड सरकार एवं उपायुक्त गढ़वा को पत्र लिखा है कि बहुतायत संख्या में बृक्षारोपण के कार्य किये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने बृक्षारोपण व जल संग्रहण जैसे कार्य को पेयजल की समस्या से न सिर्फ वर्तमान में निजात पाना बताया बल्कि भविष्य की पीढ़ियों के बारे में भी महत्वपूर्ण बताया। उक्त कार्यों के अतिरिक्त उन्होंने बताया कि राज्य सरकार व केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे सभी जन कल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर शत-प्रतिशत उतारने एवं सुदूरवर्ती ग्रामों के अंतिम व्यक्ति तक इसका लाभ पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने प्रखंड एवं पंचायत के सभी जनप्रतिनिधियों से बढ़ चढ़ कर कार्य करने एवं अपने कार्यक्षेत्र के योग्य व्यक्तियों तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने हेतु अपील की।

 

आयोजित जन संवाद कार्यक्रम के दौरान राशन, पेंशन, सड़क निर्माण, पुल निर्माण सहित अन्य मामलों एवं समस्याओं को लेकर ग्रामीणों ने मंत्री से बात की। योग्य व्यक्ति, जिन्हें सरकारी योजनाओं से आच्छादित नहीं किया गया है अथवा किसी कारणवश छूट गए हों, वैसे व्यक्तियों को तत्काल लाभान्वित करने संबंधी निर्देश पदाधिकारियों को दिया गया। जबकि कुछ मामलों में आ रही है त्रुटि को तत्काल निष्पादित करते हुए समस्या का निदान करने हेतु संबंधित पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया। अपने अभिभाषण के अंत में उन्होंने आमजनों से अनावश्यक पानी बर्बाद नहीं करने एवं जल संरक्षण के सभी उपायों को अपनाते हुए जल संग्रहण के प्रति गंभीर होने की अपील की।

इस कार्यक्रम के जरिये नई योजनाओं की स्वीकृति में यथा- बिरसा हरित ग्राम योजना, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, वर्मी कम्पोस्ट, सोखा गड्ढा एवं बृक्षारोपण करने हेतु कुल 3581 योजनाओं को जिले के विभिन्न प्रखंडों हेतु स्वीकृति दी गई, जिसमें बरडीहा प्रखंड में बिरसा हरित ग्राम योजना, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, वर्मी कंपोस्ट, सोखा गड्ढा एवं वृक्षारोपण के अंतर्गत कुल 126 योजनाओं की स्वीकृति दी गई। इसी प्रकार बरगढ़ प्रखंड के लिए 60, भंडरिया के लिए 128, भवनाथपुर के लिए 276, विशुनपुरा के लिए 67, चिनिया के लिए 239, डंडा के लिए 30, डंडई के लिए 302, धुरकी के लिए 89, गढ़वा प्रखंड हेतु 374, कांडी के लिए 94, केतार प्रखंड हेतु 223, खरौंधी 109, मझियांव 354, मेराल 368, नगर उंटारी 107, रमकंडा 209, रमना 87, रंका 262 तथा सगमा प्रखंड के लिए 77 योजनाओं की स्वीकृति प्रदान की गई।

 

उक्त मौके पर मंत्री श्री ठाकुर द्वारा विभिन्न योजनाओं से संबंधित रमकंडा प्रखंड के विभिन्न ग्राम यथा- गोबरदाहा, बलीगढ़, हरहे, सुली, दाहो, सबाने, बरवा, नावाडीह, मंगराही, रमकंडा, पटसर, शिशवा एवं चेटे आदि के लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों का वितरण किया गया।

 

कार्यक्रम में उपरोक्त पदाधिकारियों के अतिरिक्त जिला एवम प्रखंड स्तर के अन्य पदाधिकारी, कर्मी एवं काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थें।


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