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10 साल से बिना खाएं सांप बिच्छूओ के बीच जिंदगी काट रहे बुजुर्ग दादा को संस्था दानपात्र ने दी नई जिंदगी 

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दानपात्र के जीवन बदलने वाले मिशन में टीम को ऐसे व्यक्ति मिले जिन्हे लोगों द्वारा बाबा की उपाधि मिल गई थी,और इसी अंधविश्वास की वजह से वह की जा भी नहीं पर रहे थे और साथ ही उनका खाना पीना भी नहीं हो रहा था, वहा आस पास के लोगो का कहना था की इनमे एक शक्ति है, और उनकी मदद करने से भी रोक रहे थे परंतु ऐसा कुछ नहीं था यह सब लोगों का अंधविश्वास था। 

बात प्रेस क्लब की है दानपात्र टीम को खबर मिली की वहा पर किसी व्यक्ति को मदद की आवश्यकता है,जब टीम वहा पहुंची तो उन्हें एक दादा बहुत ही बुरी स्थति में चूहों के बीच मिले टीम ने उनसे बात करने की कोशिश करी पर उन्होंने कोई जवाब नही दिया, आस पास के लोगो से पूछताछ करने पर पता चला यह पिछले कई सालों से ऐसे ही अपना जीवन यापन कर रहे है। दानपात्र टीम ने उनकी मदद करने की कोशिश करी पर वहा कुछ अंधविश्वासी लोग आ पहुंचे जो उन्हें दानपात्र आश्रम आने से रोक रहे थे, परंतु पुलिस की धमकी और लोगो द्वारा डराने के बाद वह लोग माने। टीम द्वारा उनको दानपात्र आश्रम लाया गया जहा उन्हे अच्छे से स्नान करवाने के बाद नए कपड़े पहना कर उन्हे पूरे तरीके से बदल दिया गया, इसके बाद यह भी पता चला यह लोगो का अंधविश्वास था यह एक सामान्य व्यक्ति है, जो सही से खाना नहीं मिलने की वजह से इनकी ऐसी स्थति हो गई थी। परंतु अब यह दानपात्र आश्रम में सभी सुविधाओं के साथ आराम से अपना जीवन यापन कर रहे है, और आश्रम के बाकी लोगों के साथ खुशी के पल बिता रहे है।

 

 

दानपात्र” क्या है कैसे हुई इसकी शुरुआत ?

 

संस्था “दानपात्र” एक ऑनलाइन निः शुल्क एप के माध्यम से कार्य करती है जिसकी मदद से घरों में उपयोग में न आ रहे सामान जैसे कपड़े ,खिलोने ,किताबें ,जूते ,बर्तन इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स , फर्नीचर एवं अन्य सामान को कलेक्ट कर उपयोग लायक बना जरूरतमंद परिवारों तक पहुँचाया जाता है पिछले 5 वर्षों में दानपात्र के माध्यम से लगभग 35 लाख से ज्यादा जरूरतमंद परिवारों तक मदद पहुंचाई जा चुकी है देश भर में कार्य कर रही संस्था “दानपात्र” से 35 हजार से ज्यादा वालंटियर्स जुड़े हुए है जो अपना समय देकर सहयोग करते है संस्था “दानपात्र” द्वारा अलग अलग शहरों में सेंटर बनाएं गए है जहां आकर कोई भी ऐप में रिक्वेस्ट डालकर सामान डोनेट कर सकता है “दानपात्र” टीम द्वारा इस सामान को फिल्टर कर उपयोग लायक बना जरूरतमंद परिवारों तक पहुँचाया जाता है “दानपात्र”  देने वाले और लेने वालों के बिच सेतु बनकर दोनों की ही मदद कर रहा है संस्था दानपात्र का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड , 3 बार इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड के साथ साथ कई रिकॉर्ड्स में दर्ज किया जा चुका है

संस्था गरीब एवं जरूरतमंदों की मदद के साथ-साथ नि:शुल्क शिक्षा के माध्यम से बच्चों एवम महिलाओं को शिक्षित कर रही है दानपात्र निःशुल्क पाठशाला देश के कई शहरों में हजारों बच्चों को निःशुल्क शिक्षा देकर शिक्षित कर रही है जिससे आर्थिक परिस्थितियों के चलते जो बच्चें पढ़ नही पाते है वह दानपात्र निःशुल्क पाठशाला के माध्यम से अपने अधूरे सपनों को पूरा कर रहे है ।

 

इंदौर के साथ-साथ देश के 100 से अधिक शहरों में “दानपात्र” के माध्यम से सेवा कार्य कर लोगों की मदद की जा रही है जल्द ही पूरे भारत के साथ साथ अन्य देशों में भी शुरू किया जाने वाला है दानपात्र। 

 

आप भी जुड़ सकते है “दानपात्र” फाउंडेशन के इस अभियान से 

 

आप भी अपने उपयोग में न आ रहे पुराने सामान को डोनेट करके या फिर वालंटियर बनकर “दानपात्र” के इस अभियान से जुड़ सकते है इसके लिए आप  “दानपात्र” के हेल्पलाइन नंबर 6263362660 ,7828383066  पर संपर्क कर सकते है।


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