छतरपुर: पर्यावरणविद ने गया विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेले में देश- विदेश से आये लोगों को पढ़ाया पर्यावरण धर्म की पाठ
- प्राकृतिक आपदाओं को रोकने व पितरों की आत्मा की शांति के लिए सभी को करना होगा पौधरोपण: कौशल
अरविंद अग्रवाल
पलामू :(नव भारत टुडे) विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पर्यावरण धर्मगुरु व वन राखी मूवमेंट के प्रणेता पर्यावरणविद कौशल किशोर जायसवाल ने
गढ़वा जिले के केतार प्रखंड के ग्राम गोपला में दिवंगत बैकुंठ नारायण जायसवाल व धर्मपत्नी स्वर्गीय रामसखी देवी के गया श्राद्धकर्म के बाद आयोजित भंडारा में शामिल हुए। जिसको लेकर विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पर्यावरण धर्मगुरु व वन राखी मूवमेंट के प्रणेता पर्यावरणविद कौशल किशोर जायसवाल ने पर्यावरण धर्म के तहत मृतक के नाम उनकी आत्मा की शांति के लिए पर्यावरण धर्म के प्रार्थना के साथ बरगद और पीपल का पौधा लगाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। बिहार के गया श्राद्ध पितृपक्ष मेले में देश-विदेश से आए लोगों को पर्यावरण धर्मगुरु कौशल ने कहा जब घर में माता-पिता या कोइ भी बड़े बुजुर्गों का साया सर से हट जाए तो पर्यावरण धर्म के तहत मृतक के नाम लगाए गए पौधे में जल देने से मृतक की आत्मा के शांति के साथ धरती मां के धधकती आत्मा को शांति मिलेगी। जिससे भूकंप व प्राकृतिक आपदा से भी बचा जा सकता है।
वन राखी मूवमेंट के प्रणेता कौशल ने कहा कि हमारी हिन्दू संस्कृति में पौधों को देव तुल्य मानकर उसे पूजा करने का विधान है। क्योंकि एक वृक्ष से समस्त धरती और ब्रह्मांड पर रहने वाले कई जीवो को अनेकों लाभ मिलता है। जिसका उपभोग लोग सदियों से करते आ रहे हैं । इसका प्रमाण हमारे धर्म ग्रंथों में भी उल्लेखित है।
पितृपक्ष श्राद्ध में शामिल छतरपुर पूर्वी से जिला पार्षद अमित कुमार जायसवाल, प्रो, अरुण कुमार जायसवाल,संस्था के प्रधान सचिव सह पंचायत डाली बाजार के मुखिया पूनम जायसवाल संस्था के सचिव अरविंद कुमार माधुरी देवी, उर्मिला देवी, आशा देवी, बृज किशोर पत्नीश्रीमती जानकी देवी, अवध किशोर, पत्नी मीरा देवी, कार्तिक प्रसाद पत्नी शांति देवी, ओम प्रकाश जायसवाल पत्नी लीला देवी, उमाकांत जायसवाल , चंद्रसेन जायसवाल,मणिकांत जायसवाल, कोमल जासवाल, शिल्पा जायसवाल, पंडित मिथिलेश बैध, गोपाल बैठा, राजेंद्र ठाकुर, राकेश जायसवाल,सुनील कुमार, जयप्रकाश , संतोष प्रसाद , उपेंद्र प्रसाद , संजय प्रसाद , पूनम देवी, रीता देवी, किरण देवी, रेणु देवी, अनीता देवी, उषा देवी, आराध्या, आशिविका, आद्रिका, अनुषा आदि शामिल थी।।