खरौंधी: चपली पहाड़ी के बड़े हिस्सें पर चिमनी ईंट भट्ठा कारोबारी द्वारा अवैध कब्जा, बड़े पैमाने पर किए वृक्षारोपन के 5000 से अधिक पौधों का हुआ नुकसान
अरविंद कुमार गुप्ता
खरौंधी(गढ़वा):- प्रखंड के राजी-पिपरी रोड के समानांतर चपली पहाड़ी के बड़े भाग पर चिमनी ईंट भट्ठा कारोबारी द्वारा अवैध कब्जा कर लिया गया है। प्रखंड के सिसरी गांव निवासी चिमनी ईंट भट्ठा कारोबारी गुडू जायसवाल द्वारा चपली पहाड़ी के तकरीबन 12-15 एकड़ के बड़े भूभाग में ईंट भट्टा का वेस्टेज (टुकड़ा ईंट) डंप कर अथवा ढेर लगाकर जंगल के पर्यावरण के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
चपली पहाड़ी के इतने बड़े भूभाग में चिमनी ईट भट्ठा के वेस्टेज के रूप में करीब एक हजार ट्रीप ईंट के टुकड़ो का अवैध रूप से ढेर लगा दिया गया है । इससे वन विभाग द्वारा इस पहाड़ पर विगत वर्षों में बड़े पैमाने पर किए वृक्षारोपन के 5000 से अधिक पौधों का नुकसान हुआ है। वन भूमि में अवैध रूप से डंप किए गए ईंट के टुकड़ो ढेर के बीच कुछ पौधे जीवित भी हैं तो उनका ठीक तरह से विकास नहीं हो रहा है। इससे न केवल वन विभाग द्वारा वृक्षारोपित पौधों का नुकसान हुआ है। बल्कि पहाड़ में प्राकृतिक रूप में स्वतः उगकर विकास करने वाले जंगलीय पौधों का भी नुकसान हुआ है और हो रहा है। जिससे वन का प्राकृतिक पर्यावरण प्रभावित हो रहा है।
स्थानीय लोगों के अनुसार उक्त पहाड़ी जहां पर अवैध रूप से ईट भट्ठा के वेस्टेज के रूप में ईंट के टुकड़ों का ढेर लगाया गया है के जस्ट सामने ईंट कारोबारी गुड्डू गुप्ता का लोहा चदरा चिमनी ईंट भट्टा संचालित था । जहां से भट्ठा में अपशिष्ट के रूप में बच रहे ईंट के टुकड़ो का चपली पहाड़ पर अवैध रूप से ढेर लगाया जा रहा था। बाद में इस लोहा चिमनी ईट भट्ठा को बंद कर यहां से करीब 50 मीटर दूर राजी गांव में ही प्राथमिक विद्यालय और स्वास्थ्य उप केंद्र से सटे गौरी शंकर मंदिर के पास कारोबारी द्वारा मानव बसाहट के बीचो बीच फिक्स चिमनी ईट भट्ठा स्थापित किया गया। लेकिन यहां से भी अपशिष्ट ईंट के टुकड़ों को चपली पहाड़ी के उसी भूभाग में ढेर लगाया जा रहा है। इस प्रकार ईंट कारोबारी का पहाड़ी के विस्तृत क्षेत्र में फैले टुकड़ा ईंट के ढ़ेर के रूप में पहाड़ पर पिछले 10 वर्षों से अवैध कब्जा है। लेकिन वन विभाग इससे अनजान है।
पहाड़ पर अपशिष्ट के रूप में अवैध रूप से भंडारित इन टुकड़ा ईंटो से एक ओर जहां जंगल विभाग द्वारा बृक्षारोपित पौधों की अपूरणीय नुकसान हो रहा है वही दूसरी ओर कारोबारी को अब इससे भी लाखों की कमाई हो रही है। वन विभाग की भूमि में अवैध रूप से भंडारित अपशिष्ट टुकड़ा ईंटो को कारोबारी द्वारा प्रधानमंत्री आवास और पशु सेड के लाभुकों को फर्श में सोलिंग के लिए प्रति ट्रैक्टर ₹2000 की दर से सप्लाई किया जा रहा है।
10 वर्ष से वन भूमि पर आरोपी का है अवैध कब्जा, अपशिष्ट टुकड़ा ईंट डंपिंग से जंगलीय पौधे की हुई अपूर्णीय क्षति, करवाई हो: उपमुखिया
उप मुखिया आलोक कुमार ने कहा कि चपली पहाड़ की भूमि पर आरोपी ईंट कारोबारी गुडू गुप्ता का विगत 10 वर्षों से अवैध कब्जा है। वह लगातार पहाड़ी के बड़े भूभाग में टुकड़ा ईंट डम्प कर रहा है जो वन पर्यावरण के प्रति सरासर अन्याय और गलत है । इससे वृक्षारोपण के पौधे के साथ-साथ जंगली पौधे व जीवों को नुकसान हुआ है। अगर इस पर अंकुश नहीं लगाया गया तो आगे प्राकृतिक वन संपदा का गंभीर नुकसान होगा ।इसे लेकर यहां के ग्रामीणों में आक्रोश है और वह आरोपी के अवैध कारोबार के विरुद्ध आंदोलन के मूड में है । लोगों का कहना है कि प्रशासन आरोपी के विरुद्ध शीघ्र कार्रवाई करे और इस प्रकार दंडित करें कि आगे से कोई भी इस प्रकार वनों के प्राकृतिक पर्यावरण के साथ खिलवाड़ करने की जुर्रत न करे।
क्या कहा डीएफओ ने :-इस संबंध में पूछे जाने पर उत्तरी मंत्रिमंडल के डीएफओ दिलीप यादव ने बताया की जो कानून का प्रोविजन है की अगर अतिक्रमण के नियत से उसने डंप किया है और उसका यूटिलाइजेशन कर रहा है तो उसके विरूद्ध इंडियन फॉरेस्ट एक्ट के सेक्शन 33 (1) सी के प्रावधान के तहत निश्चित करवाई होगी। 10 साल से वन भूमि पर अवैध रूप से अपशिष्ट डंपिंग के बारे में बताते हुए कहा कि अगर इस से वन को नुकसान हुआ है। पेड़ पौधों को नुकसान हुआ है। चाहे वन क्षेत्र की किसी भी चीज का नुकसान हुआ है तो वह तो दोषी है। उन्होंने कहा कि किसी भी वन भूमि पर लोगों द्वारा किसी भी तरह से अतिक्रमण किया जाता है तो वह भारतीय वन अधिनियम के तहत एक संज्ञेयअपराध है। अगर इसमें जांच के क्रम में आएगी कि उन्होंने (आरोपी ने) इस तरह की जो प्रोहिबिटेड एक्टिविटी है को कारित किया है तो भारतीय वन अधिनियम के तहत कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
2. ईट संचालक गुड्डू जायसवाल ने कहा 10 वर्ष पूर्व जगह के अभाव में ईटा के अवशेष को जंगल में डंप किया गया था। अगर इससे किसी को नुकसान हो रहा है तो जल्द ही इसे हटा लिया जायेगा।