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खरौंधी: प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों एवं संस्थानों में मनाया गया डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जयंती

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योगेंद्र प्रजापति

खरौंधी प्रखंड के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में शिक्षक दिवस के अवसर पर डॉ॰ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती बड़े ही धूम धाम से मनाई गई । कार्यक्रम मे बच्चों ने डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर माल्यार्पण कर केक काटकर शिक्षक दिवस मनाया।आरबी पब्लिक स्कूल में निदेशक असलम अंसारी,सेवानिवृत्त शिक्षक राजकेश्वर यादव,रामकिशुन बैठा एवं समाजसेवी बृजबिहारी द्विवेदी ने संयुक्त रूप से डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी के चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया।बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी की गई।मध्य विद्यालय माझिगावां , रा0 उ0 म0 विद्यालय बजर्मरवा,प्लस 2 राजी,सही सभी विद्यालय में डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर पुष्प अर्पित एवं दिप प्रज्वलित कर बच्चों ने केक काटा।इस अवसर पर प्रधानाध्यापक कामेश्वर प्रसाद सिंह, जमालुद्दीन अंसारी सहित अपने अपने विद्यालय के सभी प्रधानाध्यापक ने बच्चों को संबोधित करते हुए बताया कि डॉ॰ सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारत के प्रथम उप-राष्ट्रपति और द्वितीय राष्ट्रपति रहे ।

वे भारतीय संस्कृति के संवाहक, प्रख्यात शिक्षाविद, महान दार्शनिक और एक आस्थावान हिन्दू विचारक थे। उनके इन्हीं गुणों के कारण सन् 1954 में भारत सरकार ने उन्हें सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से अलंकृत किया था । उनका जन्मदिन (5 सितम्बर) भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है । डॉ॰ राधाकृष्णन का जन्म तत्कालीन मद्रास प्रेसीडेन्सी के चित्तूर जिले के तिरूत्तनी ग्राम के एक तेलुगुभाषी ब्राह्मण परिवार में 5 सितम्बर 1888 को हुआ था । दर्शनशास्त्र में एम०ए० करने के पश्चात् 1918 में वे मैसुर महाविद्यालय में दर्शनशास्त्र के सहायक प्राध्यापक नियुक्त हुए । बाद में उसी कॉलेज में वे प्राध्यापक भी रहे । डॉ॰ राधाकृष्णन ने अपने लेखों और भाषणों के माध्यम से विश्व को भारतीय दर्शन शास्त्र से परिचित कराया । सारे विश्व में उनके लेखों की प्रशंसा की गयी । साथ ही डॉ0 रंजन ने यह भी बताया कि यद्यपि उन्हें 1931 में ब्रिटिश साम्राज्य द्वारा “सर” की उपाधि प्रदान की गयी थी लेकिन स्वतन्त्रता प्राप्ति के पश्चात उसका औचित्य डॉ॰ राधाकृष्णन के लिये समाप्त हो चुका था । जब वे उपराष्ट्रपति बन गये तो स्वतन्त्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ॰ राजेंद्र प्रसाद ने 1954 में उन्हें उनकी महान दार्शनिक व शैक्षिक उपलब्धियों के लिये देश का सर्वोच्च अलंकरण भारत रत्न प्रदान किया । शिक्षक अरविंद कुमार गुप्ता ने बताया कीहमारे देश के द्वितीय किंतु अद्वितीय राष्ट्रपति डॉ॰ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिन (5 सितम्बर) को प्रतिवर्ष ‘शिक्षक दिवस’ के रूप में मनाया जाता है । इस दिन समस्त देश में भारत सरकार द्वारा श्रेष्ठ शिक्षकों को पुरस्कार भी प्रदान किया जाता है । बच्चों ने शिक्षकों को सम्मानित भी किया।इस अवसर पर मुख्य रुप से शिक्षक राजीव कुमार,इंद्रमण प्रसाद यादव,राजेंद्र सिंह,मुनेश्वर राम,मंजूषा गुप्ता, अरविंद राम और सभी छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।


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