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गढ़वा: 60-40 के फार्मूले के साथ बिना किसी नियोजन नीति के झारखंड को चरागाह बनाया जा रहा: निशांत

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गढ़वा:  शुक्रवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश सह मंत्री निशांत चतुर्वेदी ने कहा कि नीति स्पष्ट नहीं होने से छात्र परेशान है lअभाविप झारखंड सरकार के 60-40 फार्मूले का विरोध करती है, जिस प्रकार से सरकार ने सबसे पहले युवाओं को बरगलाने लिए लोकलुभावन मनगढ़ंत एवं असंवैधानिक नीति लेकर आती है और जब वह नीति संवैधानिक बिंदुओं पर असफल हो जाती है तब सरकार छात्रों को अपना असली रूप दिखाना शुरू करते हैं और 60-40 के फार्मूले के साथ बिना किसी नियोजन नीति के झारखंड को चरागाह बनाया जा रहा हैl

जब अन्य राज्यों में नियोजन नीति का पैमाना अपने राज्य के लोगों के हित में रखकर नहीं बनाया गया है तो फिर झारखंड राज्य में बाहरियों के हित में रखकर नियोजन नीति बनाना सरकार की ओची मानसिकता को दिखा रही है। यह सरकार राज्य के युवाओं को ठगने का काम कर सिर्फ धोखा देने का काम किया है। यह सरकार राज्य के युवाओं पर ध्यान नहीं देकर केवल लूट खसोट करने में लगी हुई है ओर झारखंड के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड कर रही है। गढ़वा के स्थानीय प्रतिनिधि जो सरकार में मजबूत स्थिति में है एवं अच्छे मंत्रालय के मंत्री हैं वह भी युवाओं के भविष्य के नाम पर मोहन साधन किए हुए हैं, माननीय मंत्री जी को स्पष्ट करना चाहिए कि भोजपुरी मगही के लिए लिखा गया उनका पत्र अभी कहां तक पहुंचा और किस स्थिति में है दूसरी ओर 60-40 जैसे घटिया फार्मूले का सदन में विरोध करना चाहिए जबकि मंत्री महोदय ने 60-40 जैसे फार्मूले पर सदन में अपनी चुप्पी बरकरार रखी। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद राज्य सरकार से मांग करती है यथा संभव अस्पष्ट एवं संवैधानिक बिंदुओं पर खरा उतरने वाला अपना स्थानीय नीति लागू किया जाए और जब तक यह नहीं होता है तब तक तृतीय वर्ग एवं चतुर्थ वर्ग के सभी रिक्तियों के लिए झारखंड के युवाओं के लिए शत प्रतिशत सीट आरक्षित किया जाए सरकार यदि युवाओं के मांग को अनसुना करती है तो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद चरणबद्ध आंदोलन को बाध्य होगीl


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