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श्री बंशीधर नगर: पूर्णाहुती के साथ श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ सम्पन्न, महायज्ञ में शामिल हुए 30 लाख श्रद्धालु

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अंतिम दिन उमड़ी भीड़

श्री बंशीधर नगर/ जयप्रकाश

श्री बंशीधर नगर के पाल्हे-जतपुरा में आयोजित ऐतिहासिक लक्ष्मीनारायण महायज्ञ का शनिवार को समापन हो गया। 23 अक्टूबर को भव्य कलश यात्र के साथ शुरू हुए महायज्ञ में 30 लाख से अधिक श्रद्धालू शामिल हुए। शनिवार को घी और खीर की आहुति दी गयी। जिसके पश्चात यज्ञ संपन्न हो गया। यज्ञ महान संत जीयर स्वामी महाराज के सानिध्य में आयोजित हुआ था।

उधर अंतिम दिन यज्ञ मंडप की परिक्रमा करने के लिए श्रद्धालुओं का विशाल समूह यज्ञ स्थल पहुंचा। साथ ही जीयर स्वामी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किया। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ आहुति दे रहे यजमानों के स्वाहा की गूंज से माहौल भक्तिमय था। पूरा क्षेत्र भक्ति की रस में सरोबार लग रहा था। मौके पर पहुंचे श्रद्धालुओं ने बताया कि श्री बंशीधर नगर की पवित्र भूमि पर इस तरह का आयोजन अपने आप एक अलौकिक अनुभूति देने वाला रहा। एक साथ देशभर के साधु-संतों का दर्शन पाना बहुत ही सौभाग्य की बात है। 

 

अंतिम दिन श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़

यज्ञ के अंतिम दिन यज्ञ में शामिल होने भारत के हर इलाके से लोग पहुंचे थे। अहले सुबह से ही बड़ी संख्या में महिला-पुरुषों की भीड़ परिक्रमा करने उमड़ पड़ी थी। व्यवस्था बनाये रखने में वोलेंटियर और पुलिस बल के जवानों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। पार्किंग के लिए बनाए गए शहर के सभी एरिया गाड़ियों से पटा था। बजरंग बली मोड से ही श्रद्धालुओं का तांता यज्ञ स्थल तक लगा था। पुलिस द्वारा जगह-जगह बैरिकेटिंग कर गाड़ियों को सही जगह लगाने के लिए निर्देशित किया जा रहा था। 

 

30 लाख से अधिक लोग हुए यज्ञ में शामिल

लक्ष्मी नारायण महायज्ञ में पांचों दिन अभूतपूर्व भीड़ उमड़ी। एक अनुमान के अनुसार 30 लाख से अधिक लोग यज्ञ में शामिल हुए। भीड़ को नियंत्रित करने में वोलेंटियर के साथ पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। भीड़ के कारण शहर के सभी सड़कों पर पूरे दिन जाम की स्थिति रही। पुलिस संभावित भीड़ को देखते हुए पहले से ही कई उपाय किया था। रमना से बजरंग बली मोड़ तक बड़े और व्यवसायिक वाहनों के लिए नो एंट्री जोन घोषित कर दिया था। छोटे यात्री वाहनों के लिए अधौरा होते हुए बहियार मोड़ तक वैकल्पिक सड़क की व्यवस्था की गई थी। वहीं जगह-जगह बैरिकेटिंग लगाकर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। एसडीपीओ प्रमोद कुमार केशरी सभी स्थितियों पर लगातार नजर बनाए हुए थे। 

भंडारे में लाखों लोगों ने किया महाप्रसाद ग्रहण

यज्ञ स्थल पर श्रद्धालुओं के लिए कई भंडारे की व्यवस्था की गई थी। जहां 24 घण्टे श्रद्धालुओं के लिए महाप्रसाद की व्यवस्था की गई थी। महिला, पुरुष, यजमान व साधु-संतों के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई थी। सैकड़ो चूल्हे पर महाप्रसाद बनाने के लिए 400 मजदूर व कारीगर के साथ 500 से अधिक वोलेंटियर खाना परोसने में लगे थे। वहीं कई गणमान्य लोगों ने भंडारे की व्यवस्था संभालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। युवा समाजसेवी दीपक प्रताप देव अपने सैकड़ो समर्थकों के साथ भंडारे की व्यवस्था संभाले हुए थे। विधायक भानू प्रताप शाही और पूर्व विधायक अनंत प्रताप देव भी भंडारे में लगातार श्रम दान करते रहे। शुद्ध घी में खाना बनाया जा रहा था। 

संगीत संध्या में भोजपुरी के दिग्गज कलाकारों ने दी प्रस्तुति

यज्ञ स्थल पर शुक्रवार शाम धर्म संसद के बाद भजन संध्या का आयोजन किया गया। भजन संध्या में भोजपुरी के दिग्गज कलाकारों ने अपने प्रस्तुति से उपस्थित जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया। भोजपुरी के दिग्गज कलाकार भरत शर्मा व्यास, रितेश पांडेय, अंकुश राजा और गोपाल राय ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति से लोगों को झूमने पर मजबूर किया। भरत शर्मा व्यास ने मोह माया छोड़ के अपन जीयर स्वामी जी होईल त्रिदंडी स्वामी के चेला के साथ कई भजन गाए। अंकुश राजा ने सत्य सनातन धर्म के रक्षक कलयुग के भगवान श्री जीयर स्वामी के साथ भगवान राम के जीवन चरित्र पर आधारित भजन गाया। गोपाल राय ने नाई देखली देवी देवता, नाहीं कोई भगवान, हो रउरे में देखली जीयर स्वामी जी श्याम हो के अलावे कवने विरिक्षिया के ए चिरई, खोतवा लगैलु गाकर दर्शकों को खूब झुमाया। रितेश पांडेय ने जगतगुरु जीयर स्वामी जी नाम अमृत का प्याला है, जीयर स्वामी जी की महिमा सुनो के अलावे कई भजन प्रस्तुत किया। भोजपुरी के इन दिग्गज कलाकारों को एक साथ देखने सुनने के लिए लोगों की भारी भीड़ देर रात तक पंडाल में जमी रही।


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