श्री बंशीधर नगर: भूखजनित बीमारी से वृद्धा की मौत, कई दिनों से भूखी और बीमार वृद्धा ने बैंक में तोड़ा दम
- नहीं मिला जीते जी भर पेट भोजन और मरने के बाद कफन
Atuldhar dubey
गढ़वा : झारखंड के गढ़वा जिला अंतर्गत श्री बंशीधर नगर अनुमंडल मुख्यालय से सटे अहिपुरवा गांव में मानवता को शर्मसार एवं दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आयी है। श्री बंशीधर नगर पंचायत क्षेत्र के अहिपुरवा की दुलारी कुंवर नामक एक वृद्धा की कथित भूखजनित बीमारी से मौत की खबर है। घटना सोमवार को दोपहर में घटित हुई है। वृद्धा की मौत सेंट्रल बैंक की पुरैनी शाखा में हुई है। पतोहू फूलमती की मानें तो कई दिनों से भूखी और बीमार उसकी 67 वर्षीया सास दुलारी कुंवर बैंक में पैसा निकालने गयी थी। पैसा निकालने के पहले ही उसने दम तोड़ दिया। इसके बाद किसी ने ऑटो से उसके शव को घर तक पहुंचाया।
दुलारी कुंवर की मौत के बाद उक्त परिवार के समक्ष स्थिति ऐसी थी कि कफन के लिये भी पैसे नहीं थे। आस पास के लोगों ने धोती को कफन बनाकर अंतिम संस्कार किया।
मृतका की पतोहू के मुताबिक दुलारी कुंवर पिछले एक सप्ताह से बीमार चल रही थी। बीमार रहने के कारण कोई घर से बाहर नहीं निकला। पति श्रवण राम की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। जिसके कारण खाने के लिये राशन नहीं जुटा पाये। पिछले पांच दिनों से घर में चूल्हा नहीं जला था।
तंगहाली की जिंदगी जी रही वृद्धा को खाने के लिये पिछले पांच दिनों से न तो अन्न नसीब हुआ और न ही तो मरने के बाद उसे कफन मिला। अन्न और इलाज के अभाव में वृद्धा की मौत हो गयी। सोमवार की शाम में आसपास के लोगों से राशन मिलने के बाद मंगलवार को उसके घर का चूल्हा जला।
फूलमति देवी का कहना है कि डीलर के यहां से महीने में 5 किलो राशन मिलता है।
उसकी आर्थिक स्थिति इतनी खराब है कि घर मे सोने के लिये एक चारपाई तक नहीं है। परिवार के सभी सदस्य जमीन पर ही सोते थे। फूलमती देवी के मुताबिक पेयजल समस्या से भी परिवार को जूझना पड़ता है। घर के समीप स्थित चापानल कई माह से खराब है। पेयजल व्यवस्था नहीं होने के कारण एक किलोमीटर दूर से पानी लाकर प्यास बुझाना पड़ता है।
सीओ ने मामले की मामले की छानबीन की
घटना की जानकारी मिलने पर सीओ अरुण कुमार मुंडा ने पीड़ित परिवार के घर जाकर मामले की छानबीन की। उधर सूचना मिलने पर डीएस सुचित्रा कुमारी ने मेडिकल टीम भेजकर मृतका की गर्भवती पतोहू की स्वास्थ्य जांच कराई। उस मौके पर सीओ अरुण मुंडा ने उसके स्वास्थ्य जांच, इलाज और दवा का खर्च अपनी ओर से देने की घोषणा की।
मामले की जांच होगी : एसडीओ
भूखजनित बीमारी से मौत के विषय में पूछने पर एसडीओ आलोक कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जायेगी।