खरौंधी: ग्रामीण विकास विभाग के अवर सचिव के तीन सदस्य टीम ने चल रहे योजनाओं का किया जांच, आम बागवानी तलाब शेड सहित कई योजनाओं का किया जांच
खरौंधी: ग्रामीण विकास विभाग के अवर सचिव अरुण कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय राज्यस्तरीय टीम ने खरौंधी प्रखंड में विभिन्न मनरेगा योजनाओं की जांच .जिसमें राज्य स्तरीय जांच टीम द्वारा चंदनी पंचायत में राजकुमारी कुअंर का आम बागवानी और करीवाडीह पंचायत के रघुवंशी पटेल का तालाब निर्माण,योगेंद्र पटेल का बकरी शेड व प्रधानमंत्री आवास, चंदा देवी का आम बागवानी आदि मनरेगा योजनाओं की जांच की गई. मास्टररोल के सापेक्ष काम कर रहे मजदूरों का मिलान, काम के सापेक्ष भुगतान की स्थिति, एमआईएस, अभिलेख सहित योजनाओं की लंबाई,चौड़ाई व गहराई की मापी कर जांच की गई. जांच के दौरान कहीं भी मजदूरों की उपस्थिति नहीं थी. अवर सचिव ने कहा कि कहीं भी मजदूर नहीं मिले लेकिन नकली मजदूर जरूर मिले.उन्होंने कहा कि शायद टीम की आने की सूचना पर नकली मजदूरों को लगाया गया था. इस दौरान जांच अवर सचिव ने करीवाडीह के मुखिया मंसा देवी और चंदनी मुखिया रामगहन मेहता के कार्यों की तारीफ की. लेकिन मनरेगा योजनाओं में जेसीबी मशीन का प्रयोग हो रहा है कहते हुए इस पर रोक लगाने की ताकीद दी. उन्होंने कहा कि मनरेगा योजनाओं में मशीन से काम होना स्पष्ट दिख रहा है. इस पर करिवाडीह मुखिया मंशा देवी ने कहा कि चुपके चुपके रात में शायद जीसीबी मशीन से काम कर दे रहे हैं. हालांकि उन्होंने इस पर रोक लगाने के लिए कड़ाई किया है और स्पष्ट रूप से योजनाओं के लाभुकों को बोल दिया गया है कि जहां कहीं भी जेसीबी मशीन से काम करने की बात सामने आती है तो वह भुगतान तो रोक देंगी , साथ ही साथ योजना को भी क्लोज कर देंगी.जांच के दौरान पाया गया कि करीवाडीह पंचायत में बकरी शेड का लाभुक योगेन्द्र पटेल द्वारा अपने घर के दीवार पर बोर्ड लगा कर बकरी शेड का रूप दे दिया गया है. जबकि योगेन्द्र पटेल का ही 2020-21 का प्रधानमंत्री आवास पेंडिंग था. जिस पर अवर सचिव ने कड़ी नाराजगी जताई. हालांकि ऑनलाइन रिकॉर्ड जांच में बकरी शेड का भुगतान नहीं हुआ था. अवर सचिव ने प्रखंड विकास पदाधिकारी से जांच की गई सभी योजनाओं का रिकॉर्ड की मांग की.उन्होंने कहा कि इस तीन सदस्यीय जांच टीम का उद्देश्य गढ़वा जिला में ग्रामीण विकास विभाग के एजेंसी हो और इसके तहत किए जा रहे कार्यों की जांच करना और सपोर्ट करना है. ताकि योजनाओं का धरातल पर सही से कार्यालय वन हो और समय पर इसे पूर्ण किया जा सके. जेसीबी मशीन से काम के सवाल पर उन्होंने कहा कि टीम जांच कर रही है जेसीबी मशीन से काम करवाने वाले लाभुकों के मानसिकता में सुधार हो रहा है टीम चाहती है की योजनाओं का लाभ मजदूरों को मिले इसलिए जेसीबी मशीन के प्रयोग को हर हाल में रुकना होगा और संबंधों के विरुद्ध कार्रवाई होगी.उन्होंने योजनाओं की जानकारी नहीं होने पर चंदनी के रोजगार सेवक कौशल किशोर विश्वकर्मा को कड़ी फटकार लगाई. रोजगार सेवक पर कारवाई की बात भी कही. इस बात को लेकर बिपीओ डिम्पल गुप्ता को भी कड़ी फटकार लगाई है. इस मौके पर टीम के साथ विनय कुमार सिंह, असरारुलहक ,प्रमुख आभा रानी, बिडिओ गणेश महतो, मनरेगा बिपीओ डिम्पल गुप्ता, मुखिया रामगहन मेहता, मंशा देवी ,आवास कोडनेटर रविरंजन कुमार, जेईई वरुण कुमार,नीतीश कुमार, वसीम आदि लोग मौजूद थे.