भवनाथपुर:मजदूरों एवं विस्थापितों द्वारा अपनी मांगो को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन
भवनाथपुर। इंटक(त्रिपाठी गुट)) यूनियन के बैनर तले भवनाथपुर खदान के डोलोमाइट खदान के मजदूरों एवं विस्थापितों द्वारा अपनी मांगो को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन सेल के प्रशासनिक भवन के गेट के पास किया गया। धरना प्रदर्शन से पूर्व रेलवे साइडिंग मजदूर एकत्रित हो कर हजारों की संख्या में रैली निकालते हुए टाउनशिप गोलंबर चौक पर सभा किया। रैली में विस्थापित एवं मजदूरों ने जम सेल प्रबंधन के विरुद्ध नारेबाजी किया। धरना को संबोधित करते हुए इंटक जिला अध्यक्ष सुशील कुमार चौबे ने कहा कि मजदूरों एवं विस्थापितों को सेल प्रबंधन द्वारा लगातार सोसन किया जा रहा है जिस से यूनियन कभी भी बरदास्त नही करेगा, सेल प्रबंधन द्वारा लगातार आंदोलन को कुचने का प्रयास कोया जा रहा है, लेकिन इस बार की लड़ाई आर-पार की है। कहा कि जब तक मजदूरों एवं विस्थापितों को न्याय सेल प्रबंधन द्वारा नही मिलता है तब तक लड़ाई जारी रहेगी। धरना प्रदर्शन के दौरान सेल के प्रशानिक भवन में झारखंड सरकार के प्रतिनिधि बीडीओ जयपाल महतो, सेल जिएम मनोज कुमार, अधिकारी विजय राम, ब्लू दिगल, भगवान पनिगृही, एवं इंटक यूनियन के जिला अध्यक्ष सुशील चौबे, प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप शर्मा, नंदलाल पाठक, शम्भू राम, रामपति देवी के बीच 4 घंटे तक मैराथन वार्ता के बावजूद निष्कर्ष नही निकला। सेल जीएम मनोज कुमार ने वरीय अधिकारियों के निर्देश बाद ही मांगो को मानने की बात कही, जिसके लिए कुछ समय मांगा जहाँ पर इंटक यूनियन के सुशील चौबे ने 15 दिनों का समय देते हुए कहा कि अगर हमलोगों की मांग नही मानी जाती है, तो इस बार की लड़ाई में सेल अधिकारियों का आवास का घेराव की जाएगी। जिसकी सारी जवाबदेवी सेल प्रबंधन की होगी। वही बीडीओ जयपाल महतो ने बताया कि मजदूरों की मांगों से उच्च अधिकारी को अवगत कराई जाएगी।
*क्या है मांगे*
बी एस एल द्वारा संचालित भवनाथपुर खदान समूह द्वारा संचालित तुलसी दामर चुना पत्थर खदान भवनाथपुर को पुनः चालू कर मजदूरों एवं परियोजना प्रभावित परिवार को रोजगार उपलब्ध कराई जाए। 1990 से तुलसीदामर डोलोमाइट खदान में कार्यरत स्टोन ब्रेकर, डम्फर लोडर, बैगन लोडर, ड्रावर, खरलासी, हाइवा ऑपरेटर, ड्रिलिंग ऑपरेटर, मुंसी, सुपरवाइजर तथा खदान से संबंधित अन्य मजदूरों एवं कर्मियों को प्रबंधन द्वारा रीट्रेंचमेंट प्रक्रिया में सुधार कर नियमानुसार फाइनल सेटलमेंट का लाभ दिया जाए। 1990 से 20 फरवरी 2020 तक तुलसीदामर खदान में कार्यरत स्टोन ब्रेकर, डम्फर लोडर, बैगन लोडर, ड्राइवर खलासी, ऑपरेटर, सुपरवाइजर, ड्रिलिंग ऑपरेटर, हाइवा ऑपरेटर, पे लोडर ऑपरेटर तथा खदान के सभी मजदूरों का पीएफ घोटाला, बोनस घोटना, लिव इन केशमेंट घोटाला, राष्ट्रीय छूटी घोटाला, एडब्लूए घोटाला, रीट्रेंचमेंट एवं ग्रेच्युटी घोटाला का सीबीआई से जांच कर सभी मजदूरों को हक दिलाया जाए। सभी विस्थापितों को बीएसएल द्वारा हस्तांतरित भूमि पर रैयतों का आवास निर्माण तथा अन्य विकास योजनाओं की अनुमति देकर कार्य कराया जाए क्योंकि खदान बंदी के द्वरान सभी विस्थापित रैयतों की भूमि खाली पड़ी है जिस पर आज तक कोई भी कार्य सेल द्वारा नही कराया गया है। सेल द्वारा विस्थापित रैयतों को जिन्हें पुनर्वास हेतु भूमि पत्ता आवंटन अभी तक नही की गई है उन्हें डीपीएल आर बोकारो से भूमि पट्टा निर्गत कराया जाए। जिन विस्थापितों की भी अधिग्रहण के आलोक में मुआवजा का भुकतान नही हुआ है उन्हें नई दर से मुआवजा की राशि भुकतान कराई जाए। सहित कई मांगे थी। धरना प्रदर्शन के दौरान इंस्पेक्टर पुलिस इंस्पेक्टर चंदन कुमार सिंह, थाना प्रभारी शातिष महतो, केतार थाना प्रभारी संतोष कुमार रवि, खरौंधी थाना प्रभारी अभय कुमार, सहित महिला एवं पुरूष पुलिस बल सुरक्षा व्यवस्था में मुस्तैद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कांग्रेस के प्रखण्ड अध्यक्ष सह सिंदुरिया मुखिया नंदलाल पाठक एवं संचाल दीपक जायसवाल ने किया उस मौके पर इंटक के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप शर्मा, जितेंद्र पाठक, जितेंद्र चौबे, धर्मेन्द्र गुप्ता, बिरेन्द्र साह, रामलखन राम, शधनी राम, शम्भू राम, बाला यादव, धर्मेन्द्र राउत, पिंटू देवी, रामपति देवी, लालती देवी सहित सैकड़ों लोग शामिल थे।