गढ़वा:(गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या) को कार्यक्रम के मुख्य स्थल गोविन्द उच्च विद्यालय के मैदान में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन
गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर (गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या) को कार्यक्रम के मुख्य स्थल गोविन्द उच्च विद्यालय के मैदान में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ उपायुक्त गढ़वा, रमेश घोलप, पुलिस अधीक्षक अंजनी कुमार झा, उप विकास आयुक्त राजेश कुमार राय, कमांडेंट सीआरपीएफ नृपेंद्र कुमार सिंह, अपर समाहर्ता पंकज कुमार सिंह, निदेशक डीआरडीए दिनेश प्रसाद सुरीन, वन प्रमंडल पदाधिकारी दक्षिणी आदि के द्वारा सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम को लेकर विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वारा देशभक्ति एवं मनोरंजक गीत-संगीत व नृत्य की प्रस्तुति की गई। सांस्कृतिक कार्यक्रम में कुल 8 विद्यालयों के प्रतिभागियों द्वारा भाग लिया गया। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय गढ़वा द्वारा झांसी की रानी की थीम पर गायन के साथ नृत्य व नाटक का मंचन किया गया, जिसमे झांसी की रानी लक्ष्मीबाई बाई के संघर्षों एवं बलिदानों को दिखाते हुए उनके द्वारा देश की आजादी में दिए गए योगदानों को से अवगत कराया गया। एएसडी प्ले स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा -देश रंगीला- के गानों पर नृत्य प्रस्तुत कर समा बांधी गई। बीएसकेडी पब्लिक स्कूल के द्वारा -योद्धा बन गई हूँ- एवं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय मेराल द्वारा -तिरंगे के सम्मान में- गीत व नृत्य प्रस्तुत किये गयें। आर के पब्लिक स्कूल गढ़वा द्वारा -ऐ मेरे वतन के लोगों- गीत प्रस्तुत किया गया, जबकि ज्ञान निकेतन कॉन्वेंट स्कूल द्वारा -संदेशे आते हैं- जैसे देशभक्ति गानों पर नृत्य प्रस्तुत किया गया। देशभक्ति से ओत प्रोत उक्त रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम में उपरोक्त पदाधिकारियों के अतिरिक्त काफी संख्या में जिला निवासी आम जन उपस्थित थें, जिन्होंने कार्यक्रम का आनंद लिया एवं विभिन्न स्कूलों के द्वारा प्रस्तुत देश भक्ति गीत व नृत्य की सराहना की। एएसडी प्ले स्कूल को अपने प्रस्तुतीकरण के लिए प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया जबकि कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय मेराल को द्वितीय पुरस्कार एवं ज्ञान निकेतन कान्वेंट स्कूल को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। पुरस्कार का वितरण उपायुक्त, उप विकास आयुक्त, कमांडेंट सीआरपीएफ, अपर समाहर्ता, डायरेक्टर डीआरडीए गढ़वा, अनुमंडल पदाधिकारी गढ़वा आदि अन्य पदाधिकारियों के द्वारा पुरस्कृत किया गया। गीत संगीत नृत्य और नाटक का मंचन प्रमोद सोनी, निदेशक संगीत महाविद्यालय गढ़वा के देखरेख में संपन्न की गई।