श्री बंशीधर नगर:सरस्वती विद्या मंदिर में शोध गोष्ठी का आयोजन
श्री बंशीधर नगर: स्थानीय सरस्वती विद्या मंदिर में शोध गोष्ठी का शुभारंभ भारत माता और मां शारदा के समक्ष दीप प्रज्वलन और पुष्पार्चन विद्यालय के उपाध्यक्ष एवं नामधारी कॉलेज, गढ़वा के प्राचार्य डॉक्टर धर्मचंद लाल अग्रवाल, डॉ शशिकांत शुक्ला, अशोक कुमार सिंह, सुशील पांडेय, देव शंकर प्रसाद, विवेक विभूति, अविनाश सहाय और प्रधानाचार्य रवि कांत पाठक ने संयुक्त रूप से किया।
प्रधानाचार्य रविकांत पाठक ने विषय प्रवेश कराते हुए कहा कि विद्यालय में शैक्षणिक समुन्नति हेतु विद्वत जनों के साथ चिंतन मंथन करना एवं तदनरुप क्रियान्वित करना ही इस शोध गोष्ठी का मुख्य उद्देश्य है।
आगंतुक विद्वत जनों द्वारा अपना अपना मंतव्य रखा।
● सुशील पांडेय– सुबोपली एवं अभिनय आधारित अध्यापन होनी चाहिए।हिंदी, संस्कृत, गणित में भी छोटे कक्षाओं में गीत अभिनय कर अध्यापन प्रभावी होता है।
● डॉ शशिकांत शुक्ला– बच्चों के बीच पढ़ाई के अलावा स्वास्थ्य जागरूकता भी बहुत जरूरी है विद्यार्थी तो पढ़ाई में रम जाते हैं लेकिन 12वीं के बाद उनकी शारीरिक सौष्ठव न्यूनतम हो जाती है, आंख मांस पेशियां श्रवण शक्ति होने लगती है इसलिए योग को भी जीवन में उतारना चाहिए।
●प्रो० विवेक विभूति– कोरोना काल में भी यहां की ऑनलाइन पढ़ाई बहुत अच्छी रही । समय के अनुसार अपडेट होने के लिए आचार्यों की भी कार्यशाला होती रहनी चाहिए।
● देवशंकर प्रसाद-एक्टिविटी बेस्ड एजुकेशन स्किल डेवलपमेंट होगी जिससे क्वालिटी और क्वांटिटी में वृद्धि होगी। प्राचीन शिक्षा के साथ आधुनिक शिक्षा का ज्ञान आवश्यक है।
● अशोक कुमार सिंह- विद्यालय में पंचपदी शिक्षा पर विशेष बल दिया जाए जिससे बच्चों का सर्वांगीण विकास हो।चाइल्ड नीड परफेक्ट टीचर।
● अविनाश सहाय– बदलते परिवेश में एक ही लक्ष्य बच्चों का विकास। बच्चों में आत्मविश्वास का जागरण शिक्षक ही कर सकते हैं।
बच्चों का उन्नयन प्रशंसा से ही हो सकता है दंड से नहीं।
● डॉ धर्मचंद लाल अग्रवाल– उच्च कोटि के शिक्षक बच्चों को तराशते हैं। बच्चों का अध्ययन अध्यापन मातृभाषा एवं क्षेत्रीय भाषा में ही हो। बच्चों को शारीरिक मानसिक एवं संस्कार युक्त शिक्षा दी जानी चाहिए। हम सभी शिक्षकों को अपना शैक्षणिक अनुभव साझा करनी चाहिए।
प्रधानाचार्य द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया इस कार्यक्रम में शोध प्रमुख आचार्य दीपक कुमार, कौशलेंद्र झा, सुधीर प्रसाद श्रीवास्तव, अविनाश कुमार, सुजीत दुबे की सहभागिता रही कल्याण मंत्र के साथ बैठक समाप्त हुई।