पलामू: पंचायत भवन की नवनिर्मित दिवारी एवं ईट जोड़ाई के लिए डस्ट से बनाया जा रहा मशाला, उप नगर आयुक्त ने दिया जांच का आदेश
पलामू: मेदिनीनगर नगर निगम क्षेत्र के वार्ड संख्या 17 में एनएचएआई कार्यालय से अनिल कुमार के घर तक नाली निर्माण हो रहा है. इसमें घटिया ईंट एवं छर्री के डस्ट का उपयोग किया जा रहा है. प्राक्कलन के मुताबिक काम नही हो रहा है. नाली के पुराने दीवार को पलास्टर व पन्ना कर नया रूप दिया जा रहा है. स्थानीय लोगों की शिकायत पर भी कार्रवाई नही हो रही है. वही वार्ड संख्या 18 रांची रोड रेड़मा स्थित पंचायत भवन की मरम्मती का कार्य करीब 16 लाख की लागत से नगर निगम के द्वारा कराया जा रहा है. आइटीआई के तरफ पंचायत भवन का चाहरदीवारी टूटा हुआ था.
संवेदक द्वारा चाहरदिवारी निर्माण में भी अनियमितता बरती गयी. जरूरत के मुताबिक नींव की खुदाई नही कराया गया. वही बगैर पीलीथ व पीलर के ही दीवार खड़ा कर दिया गया. वार्ड पार्षद विवेकानंद त्रिपाठी ने इसकी शिकायत नगर निगम के कनीय अभियंता कार्तिक कुमार से की थी. शनिवार को जेई कार्तिक कुमार ने कार्यस्थल का निरीक्षण किया और क्लिनचीट दे दिया.जेई श्री कुमार ने संवेदक के द्वारा कराये जा रहे कार्य की सराहना करते हुए कहा कि इससे बेहतर और कैसा काम हो सकता है. मालूम हो कि पंचायत भवन के मरम्मती के दौरान टूटी हुई चाहरदीवारी का निर्माण कराने, चाहरदिवारी एवं भवन के खराब हो चुके पलास्टर को हटाकर नये सिरे से पलास्टर करने और उसका रंग रोगन कराना है. लेकिन ठेकेदार ने मरम्मती के नाम पर शिर्फ खानापूर्ति किया है.ईंट की जोड़ाई में घटिया सीमेंट, ईंट एवं छर्री के डस्ट का उपयोग किया जा रहा है. शौचालय की तरफ टूटी हुयी दीवार की जोड़ाई पुरानी ईंट से किया जा रहा था. इस तरह ठेकेदार ने जेई के मिलीभगत से लीपापोति कर सरकारी राशि का बंदरबांट करने की तैयारी में जुटा है.
पूरे मामले की जांच करायी जायेगी : उपनगर आयुक्त
नगर निगम के उपनगर आयुक्त पारितोष प्रियदर्शी ने कहा कि शहर में बालू की किल्लत तो समझ में आ रही है. लेकिन निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का उपयोग व अनियमितता नही होना चाहिए.वह स्वयं तकनीकी पदाधिकारी के साथ कार्य स्थल का मुआयना करेंगे. यदि प्राक्कलन से हटकर काम किया गया होगा तो इस मामले में कार्रवाई की जायेगी.