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गढ़वा: स्वामी विवेकानंद भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक परम्परा के शाश्वत संवाहक है :- स्नेहा रानी

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गढ़वा: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गढ़वा नगर इकाई द्वारा स्वामी विवेकानन्द जी की 160वीं जयंती सह राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर विचार संगोष्ठी का आयोजन स्थानीय सूरत पांडे डिग्री महाविद्यालय के सभागार में किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत स्वामी विवेकानन्द जी एवं मां सरस्वती के तस्वीर पर माल्यार्पण कर किया गया। विचार संगोष्ठी में मुख्य रूप से प्रदेश सह मंत्री निशांत चतुर्वेदी,प्रदेश सह छात्रा प्रमुख स्नेहा रानी,सहकार भारती के विधिक प्रकोष्ठ प्रमुख सह अधिवक्ता व्यावहार न्यायालय आशीष दुबे, पलामू विभाग प्रमुख डॉ.सत्यदेव पांडेय मौजूद रहे। विचार संगोष्ठी को संबोधित करते हुए प्रदेश सह छात्रा प्रमुख स्नेहा रानी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक परम्परा के शाश्वत संवाहक है। स्वामी विवेकानंद के विचार,युवाओं के सम्मुख सदैव स्पष्ट विकल्प प्रस्तुत करने के साथ,मौलिक आयाम प्रस्तुत करते है। स्वामी विवेकानंद जी ने राष्ट्र के पुनरुत्थान से राष्ट्र के निर्माण का मार्ग देश के युवाओं को दिखाया। स्वामी जी का कहना था कि व्यक्ति को प्रयास तब तक करते रहना चाहिए जब तक सफलता हाथ न लगे। युवाओं को भी इसे ध्येय बनाकर भारत राष्ट्र के पुनर्निर्माण में तब तक प्रयास करते रहना चाहिए जब तक सफलता हाथ न लगे। स्वामी जी ने अपनी आध्यात्मिक ज्ञान से देश के युवाओं को संदेश दिया कि भारत की संस्कृति के संवर्धन से ही भारत का पुनर्निर्माण होगा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद स्वामी जी का संदेश सभी युवाओं में पहुंचाने हेतु प्रतिवर्ष उनकी जयंती को मनाती है। सहकार भारती के विधिक प्रकोष्ठ प्रमुख सह अधिवक्ता व्यावहार न्यायालय आशीष दुबे ने कहा कि आज दुनिया भारत को आशा भरी निगाहों से देख रही है क्योंकि देश का, जन से मन तक, सामर्थ्य से लेकर सपनों तक और चिंतन से लेकर चेतना तक सब कुछ युवा है। भारत युवा है क्योंकि भारत ने हमेशा आधुनिकता को स्वीकार किया है। भारत के दर्शन ने परिवर्तन को अंगीकार किया है। भारत वह है जिसकी प्राचीनता में भी नवीनता है। उन्होंने कहा कि आज भारत की युवा में अगर श्रम का सामर्थ्य है तो भविष्य की स्पष्टता भी है। इसलिए भारत आज जो कहता है, दुनिया उसे आने वाले कल की आवाज मानती है। प्रदेश सह मंत्री निशांत चतुर्वेदी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद को आदर्श प्रतिनिधि और भारतीय युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत माना गया है। स्वामी जी ने कई बार अपने अनमोल और प्रेरणादायक विचारों से युवाओं को प्रोत्साहित किया है और आज भी उनके विचारों से युवाओं को प्रेरणा मिलती है। यही कारण है कि स्वामी विवेकानंद की जयंती को युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। विचार संगोष्ठी में जिला सह संयोजक कुमार शुभेन्द्र, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य श्रीकांत सोनी,सुभम तिवारी,शशांक चौबे,अंकित शुक्ल, गोलू कुमार,सचिन चौबे,पंकज कौशिक, अनिमेश,अभिषेक,अंकित,लवली कुमारी,पूजा कुमारी,अपर्णा कुमारी, रिंकी कुमारी,पंकज राम, निशांत सिंह, रंजन उरांव, मयंक कुमार, नागेंद्र कुमार सहित सैंकड़ो की संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।


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