गढ़वा: रमकंडा प्रखंड के चेटे पंचायत से होगा जल संरक्षण अभियान का शुभारम्भ, मंत्री होंगे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि
- 650 एकड़ भूमि पर किया जायेगा वृक्षारोपण
प्रारम्भ होगी जल संरक्षण की 2500 योजना
गढ़वा: गढ़वा जिला में भूगर्भ जल स्तर में लगातार कमी होते जा रहा है. जलस्तर कम हो जाने के कारण जिले को पेयजल की भीषण समस्या से गुजरना पड़ा है. इस समस्या का एक प्रमुख कारण विगत वर्षो में कम बारिश होना तथा दूसरा कारण बारिश के जल का संरक्षण नहीं हो पाना है. जिले को जल संकट की समस्या के समाधान हेतु दिनांक 01 जुलाई 2023 (शनिवार) को जल संरक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ रमकंडा प्रखंड के चेटे पंचायत परिसर में पूर्वाह्न 10 बजे से किया जाएगा. मुख्य अतिथि के रूप में मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर होंगे। इस कार्यक्रम के दौरान सम्पूर्ण जिला में जल संग्रहण की योजना यथा- सॉकपीट, वर्मी कम्पोस्ट, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, पंचायत भवन में पौधरोपण आदि के साथ-साथ बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत वृक्षारोपण की योजना वृहत पैमाने पर प्रारम्भ किया जाएगा साथ ही नई योजनाओं की स्वीकृति प्रदान की जाएगी।
इस सम्बन्ध में उपायुक्त शेखर जमुआर द्वारा जिला एवं प्रखंड स्तर के पदाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। उन्होंने बताया कि गढ़वा जिला अंतर्गत सभी प्रखंडों में दिनांक 01 जुलाई को नई योजना प्रारंभ करने हेतु बिरसा हरित ग्राम योजना, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, वर्मी कंपोस्ट, सोखा गड्ढा एवं पंचायत सचिवालय में वृक्षारोपण करने आदि की स्वीकृति प्रदान की जाएगी। इसके लिए गढ़वा जिला अंतर्गत कुल 189 पंचायतों हेतु 3581 योजनाओं की स्वीकृति प्रदान की जाएगी।
01 जुलाई को 650 एकड़ भूमि पर वृक्षारोपण किया जायेगा, इसके अतिरिक्त जल संचयन की विभिन्न योजना के तहत लगभग 2500 योजनाओ की शुरुवात के साथ-साथ कुल 142 पंचयत भवन परिसर में वृक्षारोपण कार्य किया जाना है. बताया गया की जल संरक्षण हेतु सभी आंगनबाड़ी केंद्र, सभी पी०एच०सी०, सभी विद्यालय में भी वृक्षारोपण करने हेतु सम्बंधित विभाग के पदाधिकारी को निदेश दिया गया है. उपायुक्त द्वारा आम लोगो से अपील की गई है कि सरकारी परिसर में लगाये गये पौधा को बचाने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित किया जाय ताकि भविष्य में जल संकट का समाधान हो सके.