भवनाथपुर: महाशिवरात्रि कल, तैयारी पुरी..!
भवनाथपुर।महाशिवरात्रि कल,प्रखंड का ऐतिहासिक शिवपहाडी गुफा परिसर महाशिवरात्रि के मौके पर लगने वाले दो दिवसीय मेले के लिए सज धज कर तैयार हो गया है।वहीं गुफा के अंदर शिवभक्तों के जाने एवं निकलने के लिए समुचित लाइट एवं साउंड के साथ मेडिकल व्यवस्था दुरुस्त कर ली गयी है।
मेला समिति ने शिवपहाडी गुफा में शिव दर्शन के लिए आने वाले शिवभक्तों को कतारबद्ध तरीके से अंदर ले जाने एवं बाहर निकलने तक की कार्य योजना तैयार कर ली है।इसके लिए कमिटी की टीम गुफा के प्रवेश द्वार से लेकर काशी करवट तक विभिन्न स्थानों पर दो दिन तक मुश्तैद रह भक्तो का मार्ग प्रशस्त करेगी।परिसर में उद्घोषक टीम के साथ कुछ सदस्य विधि व्यवस्था पर नजर रखते हुए प्रशासन का सहयोग करेंगे।
*ऊपर से ठोस दिखने वाला शिवपहाडी अंदर से खोखला है,अंदर आने वाली सूर्य की प्रकाश अचरज में डालती है*
प्रखंड मुख्यालय से तीन किलोमीटर दूरी पर पंडरिया पंचायत के गोड़गांवा में भवनाथपुर चूना पत्थर खदान समूह प्रक्षेत्र स्थित शिव पहाड़ी गुफा में प्रवेश के लिए पहाड़ की ऊपरी चोटी से एक फीट डायमीटर का एक होल बना हुआ है। इस होल से एक बार में एक ही व्यक्ति गुफा में प्रवेश कर सकता है।
बाहर से पूरी तरह ठोस दिखने वाला यह पहाड़ अंदर से एकदम खोखला है। शिव पहाड़ी की गुफा के बीच में स्वतः निर्मित भगवान भोलेनाथ का लिंग है। विशाल चट्टानों को एक दूसरे पर टिके होने के कारण अंदर में गुफा का रास्ता कभी संकरी तो कभी गलीनुमा होते करीब 150 फिट तक जाता है। आगे का रास्ता अति कठिन होने के कारण लोग काशी करवट से आगे नहीं जा पाते। गुफा में एक काशी करवट नामक स्थान भी है जहां दो सौ से अधिक लोग एक साथ जमा हो सकते हैं एवं वहां पर सूर्य की सीधी रोशनी पहुंचती है ,जो सभी को अचरज में डालती है।बताया जाता है की गुफा की तलहटी से एक संकरी गुफा आगे की ओर गई है। लेकिन अत्यधिक संकरा होने के कारण आज तक इसमें कोई भी प्रवेश नहीं कर सका है। लोगों का कहना है कि यह गुफा बिहार के रोहतास जिला के गुप्ता धाम में जाकर मिलती है। लेकिन अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है।