विशुनपुरा । गढ़वा । दुर्गा विसर्जनः विधि-विधान के साथ मां दुर्गा की विदाई, भक्तों के छलके आंसू
अभय कुमार गुप्ता
विशुनपुरा । गढ़वा । दुर्गा पूजा के साथ ही शारदीय नवरात्र का समापन हो गया है. नौ दिनों तक भक्तों ने मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना बड़े ही विधि-विधान से की. बुधवार को पूरे थाना क्षेत्र में जगह-जगह पूजा-हवन के बाद मां दुर्गा के मूर्ति विसर्जन का आयोजन किया जा रहा है. इस दौरान मूर्ति विसर्जन से पहले महिलाओं ने मां दुर्गा का श्रृंगार कर उनकी विदाई की तैयारी कीवहीं, मां दुर्गा की विदाई की दौरान भक्तों के आंसू छलक आए।
विधि-विधान के साथ मां दुर्गा की विदाई.
विशुनपुरा मुख्यालय के नई बाज़ार जय भवानी संघ ने अपनी 42 वर्षो की परंपरा को निभाते हुए दशमी तिथि को ही विधि विधान के साथ मां दुर्गा की विदाई की। मां दुर्गा की विदाई की दौरान भक्तों के आंसू छलक आए और लोगों ने मां दुर्गा को क्षमा याचना के साथ भावभीनी विदाई दी. इस दौरान सुहागिन महिलाएं मां दुर्गा को सिंदूर अर्पित कर अपने सुहाग की लंबी आयु की कामना की.विसर्जन से पहले शहर के पूजा पंडाल और दुर्गा मंडप में महिलाओं ने माता की प्रतिमा पर सिंदूर चढ़ाकर रस्मों को पूरा किया. विवाहित महिलाओं ने एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर विजयदशमी की शुभकामनाएं दी और मां दुर्गा की विदाई दी।
न्यू यंग मैन ग्रुप पुरानी बाज़ार दुर्गा पूजा समिति ने अपनी पुरानी परंपरा जो कंधे के सहारे मां दुर्गा का विसर्जन होता था उस परंपरा को पुनः चालू किया जिसमे माता बहनों ने विसर्जन की शोभायात्रा में बढ़ चढ़ कर भाग लिया। विष्णु मंदिर परिसर जीवन ज्योति क्लब द्वारा मूर्ति विसर्जन शोभा यात्रा से पूर्व पारंपरिक रूप से सम्मान समारोह का आयोजन कर सभी सदस्यों को सम्मनित किया गया। जीवन ज्योति क्लब पूरे थाना क्षेत्र में दुर्गा पूजा विसर्जन जुलूस पहला स्थान रखता है।
वहीं गांधी क्लब ने दुर्गा पूजा के साथ-साथ देर शाम रावण दहन का आयोजन भी किया व लाल चौक पूजा समिति द्वारा नाट्य कला का मंचन किया। यही नहीं मां दुर्गा के प्रतिमा को सभी पूजा समिति द्वारा शहर से लेकर गांव के अलग-अलग हिस्सों में घुमाए जाने के बाद विसर्जित किया गया। थाना प्रभारी बुधराम सामद की अगुवाई में थाना क्षेत्र के सभी पूजा पंडालों ने शांतिपूर्ण ढंग से पूजा सम्पन्न हुई।