श्री बंशीधर नगर: धर्मसभा में चातुर्मास्य व्रत एवं महायज्ञ के लिए जीयर स्वामी जी महाराज को आमंत्रित करने का निर्णय
श्री बंशीधर नगर : श्री बंशीधर नगर अंतर्गत स्तरोन्नत हाईस्कूल के प्रांगण में धर्मसभा का आयोजन किया गया। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच राजा राजेश प्रताप देव द्वारा भारतवर्ष के महान मनीषी संत श्री श्री 1008 श्री त्रिदण्डी स्वामी जी महाराज व उनके कृपापात्र शिष्य पूज्यपाद श्री श्री 1008 श्रीलक्ष्मीप्रपन्न जीयर स्वामी जी महाराज के तस्वीर के समक्ष पूजन अर्चन कर धर्मसभा का श्री गणेश हुआ।
धर्मसभा में उपस्थित धर्मनिष्ठ महानुभावों ने श्री बंशीधर नगर के पाल्हे कला-जतपुरा में 2023 में श्री श्री 1008 श्रीलक्ष्मीप्रपन्न जीयर स्वामी जी महाराज के पावन सानिध्य में प्रस्तावित चातुर्मास्य व्रत एवं श्रीलक्ष्मीनारायण महायज्ञ के लिए आगामी 8 अक्टूबर को अधिक से अधिक संख्या में यूपी के बलिया के जाकर सादर आमंत्रित करने व चातुर्मास्य व्रत एवं श्रीलक्ष्मीनारायण महायज्ञ को सफल बनाने का संकल्प लिया।
धर्म सभा को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक अनंत प्रताप देव उर्फ छोटे राजा ने कहा कि हम सभी का सौभाग्य है कि 1993 के बाद 2023 में पुनः ऐतिहासिक यज्ञ का साक्षी बनने का मौका मिल रहा है। हम सभी अधिक से अधिक संख्या में पूज्य स्वामी जी महाराज को निमंत्रण देने बलिया चलेंगे और यज्ञ की सफलता के लिए तन मन धन से जुटेंगे।
पूर्व विधायक राज राजेंद्र प्रताप देव उर्फ राजा बच्चा ने कहा कि पाल्हे कला-जतपुरा के लोगों ने जो भी संकल्प लिया है वह अवश्य पूरा हुआ है। साथ ही नगर गढ़ हमेशा गांव वालों के साथ हमेशा खड़ा रहा है। पूर्व की भांति 2023 में सबके सहयोग से महायज्ञ सफल होगा।
भाजपा नेता शारदा महेश प्रताप देव ने 1993 में श्री श्री 1008 श्री त्रिदंडी स्वामी जी महाराज के पावन सानिध्य में आयोजित यज्ञ का अनुभव साझा करते हुए कहा कि यज्ञ को सफल बनाने के लिए संकल्प लेने की जरूरत है संकल्प से सभी कार्य पूरे हो जाते है। 2023 में यज्ञ सफल होगा।
अध्यक्षीय उदबोधन में राजा राजेश प्रताप देव ने उपस्थित श्रद्धालुओं से अधिक से अधिक संख्या में स्वामी जी महाराज को निमंत्रण देने बलिया चलने और महा यज्ञ की सफलता के लिए तन मन धन से जुट जाने की अपील की।
सभा में अनुसूचित जाति आयोग के पूर्व चेयरमैन शिवधारी राम, नगर पंचायत अध्यक्ष विजयालक्ष्मी देवी, उपाध्यक्ष लता देवी, बीस सूत्री के प्रखंड अध्यक्ष शैलेश चौबे, राम प्रसाद, रामानन्द पांडेय, समाजसेवी विजय कुमार सिंह, कन्हैया चौबे, धीरेन्द्र चौबे, रामजन्म पासवान, प्रो बीडी सिंह, कामता प्रसाद, गिरिजा गणेश प्रताप देव, शंभूनाथ शुक्ला, कमलेश्वर पांडेय, ई भुवनेश्वर चौबे, डॉ शशिकांत शुक्ल, मुक्तेश्वर पांडेय, अलख पांडेय, चेंबर अध्यक्ष शंभूनाथ सौदागर, हृदयानंद कमलापुरी, ओमप्रकाश गुप्ता, कामेश्वर प्रसाद, शिवकुमार पांडेय, उपेन्द्र कुमार, अमित शुक्ला, आनंद कमलापुरी, नेहा कुमारी, कामेश पासवान, विजय ठाकुर, शंभू राम आदि ने अपने अपने विचार व्यक्त किये।
धर्म सभा में परमेश्वर शुक्ला, रामचंद्र चौबे, बैजनाथ तिवारी, विंध्याचल शुक्ल, इंद्रमणि शुक्ल, चंद्रमणि शुक्ल, रामकृष्ण चौबे, कामेश्वर चौबे, शिवनारायण चौबे, राजेश प्रताप देव उर्फ राजू सिंह, उदय जायसवाल, वीरेंद्र प्रसाद, मंदीप प्रसाद, अशोक जायसवाल, अमरेन्द्र दास, शुभम जायसवाल आदि उपस्थित थे। सभा की अध्यक्षता राजा राजेश प्रताप देव ने की और संचालन श्याम बिहारी शुक्ल ने किया।