धुरकी : धुरकी पंचायत मे मुखिया ने खुला आवारा पशुओ की रोकथाम के लिए लाउडस्पीकर से कराया प्रचार-प्रसार
कृष्णा कुमार यादव
धुरकी । गढ़वा । सदर पंचायत धुरकी मे मुखिया महबूब अंसारी ने लाउडस्पीकर के माध्यम से धुरकी के विभिन्न गांव और वार्डो मे पशुपालको की घोर लापरवाही और उनके मनमानी हरकतों के खिलाफ व पशुपालको को बार-बार मौखिक रूप से कहने के बाद भी बांधकर अथवा निगरानी मे नही रखने व अनसुना करने के बाद रविवार को कड़ा निर्णय लेकर अपने-अपने पशुओ की चरवाही करते रहने के लिए प्रचार-प्रसार कराया है। वहीं इस संबंध मे मुखिया ने बताया की गत एक सप्ताह पूर्व उन्होने स्वयं अपने पंचायत के गाय बैल पालने वाले पशुपालको से नम्रतापूर्वक आग्रह करते हुए पशुओ को खुला नही छोड़ने की अपील की थी। इसके बाद भी उद्दंड पशुपालको के द्वारा बेशरमी की हदें पार कर अपने-अपने पशुओ को खुले मे छोड़ रखे हैं, वहीं पशुओ को खुले मे छोड़ने पर प्रायः यह देखने और सुनने मे आता है की कोइ भी व्यक्ति रात जब वह मुख्य सड़क से गुजर रहा होता है तो उन्हें आवारा पशुओ के झुंड के द्वारा बीच सड़क पर बैठकर सड़क को अवरुद्ध किया जाता है। वहीं यह तब होता है जब कोई भी व्यक्ति किसी का तबियत खराब होने पर मरीज को वाहन तथा एंबुलेंस से लेकर जाने के क्रम मे खुले छोड़े गए गाय बैल बीच सड़क मे बैठ जाते हैं, और विवश होकर उन्हें वाहन रोककर बैलो को हटाना पड़ता है। इसके अलावे ग्रामीणो के घर दरवाजे पर भी पशुओ के द्वारा गोबर व गंदगी का अंबार लगा दिया जाता है। मुखिया ने कहा की आवारा खुले पशुओ की तरह ही कुछ पशुपालक भी मनचले हो गए हैं और उन्हें बार-बार समझाने और अपील करने के बाद भी नही समझे। उन्होने कहा की वह अपने पंचायत मे प्रचार-प्रसार के माध्यम से अंतीम बार पुनः आग्रहपूर्वक पशुओ को आवारा और खुला नही छोड़ने के लिए चेतावनी दिया है। वहीं इसके बाद भी मनचले पशुओ के मालिक अपनी करतूत और हरकतो से बाज नही आएंगे तो आवारा गाय बैल के माध्यम से पशुपालक को चिन्हित कर उन्हें कानूनी तरिके से आर्थिक जुर्माना लगाकर थाने मे नामजद एफआइआर दर्ज कराया जाएगा। वहीं इधर मुखिया महबूब अंसारी के द्वारा इस पहल को काफी संख्या मे स्थानीय लोगो ने सराहना करते हुए प्रशंसा भी किया है।