गढ़वा की चिर प्रतिक्षित मांग हुई पूरी, ट्रैफिक से मिलेगी मुक्ति
191 करोड़ की लागत से होगा तीन सड़कों का चौड़ीकरण व मजबूती करण
गढ़वा -चिनिया, रंका-रमकंडा व रमना- विशुनपुरा- मंझियाव पथ शामिल
अतुलधर दुबे
गढ़वा : गढ़वा की चिर प्रतिक्षित मांग पूरी हो गई है। 191 करोड़ की लागत से जिले की तीन सड़कों का चौड़ीकरण व मजबूती करण कार्य किया जाएगा। झारखंड सरकार ने कैबिनेट में इसकी स्वीकृति प्रदान कर दी है। इन सड़कों में गढ़वा -चिनिया, रंका-रमकंडा व रमना- विशुनपुरा- मंझियाव पथ शामिल है। करीब 75 किलोमीटर लंबी इन सड़कों का निर्माण पथ निर्माण विभाग झारखंड कराएगा। अब ये सड़कें डबल लेन अर्थात सात मीटर चौड़ी बनेगी। फिलहाल इनकी चौड़ाई 3.75 मीटर है।
जानकारी देते हुए गढ़वा विधायक झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने बताया कि उक्त सड़कों की चौड़ाई काफी कम होने के कारण हमेशा ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है। साथ ही अक्सर दुर्घटना भी होते रहती है। इन क्षेत्रों के ग्रामीणों की लंबे समय से इन सड़कों के चौड़ीकरण की मांग की जा रही थी। उन्होंने दृढ़ता से इस मांग को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा। मुख्यमंत्री ने इसे कैबिनेट से स्वीकृति प्रदान कर दी। मंत्री ने बताया कि गढ़वा-चिनिया पथ 26.3 किमी 70 करोड़, 24 लाख, एक हजार 300 रुपए, रंक़ा- रमकंडा पथ 20.95 किमी 65 करोड़, 77 लाख, 86 हजार, 500 रुपए तथा रमना- विशुनपुरा-मांझियाव पथ 29.3 किमी का 55 करोड़, 26 लाख, 90 हजार, 500 रुपए की से
चौड़ीकरण एवं मज़बूतीकरण किया जाएगा। अब जल्द ही निविदा की प्रक्रिया पूर्ण कर कार्य आरंभ किया जाएगा।
मंत्री ने कहा कि इन तीनो पथों पर ट्रैफ़िक का भार काफ़ी बढ़ने सहित पथ की स्थिति भी काफ़ी जीर्ण शीर्ण हो गई थी। आज उन क्षेत्र के लोगों की पूरी करते हुए काफी सुकून की अनुभूति हो रही है। उन्होंने कहा कि इन पथों के निर्माण के उपरांत गढ़वा से चिनिया और रंक़ा से रमकंडा पहुंचने में 20 मिनट से अधिक का समय नहीं लगेगा तथा इन पथों के दोनों ओर बसे गांवों की आर्थिकी भी बदलेगी। गढ़वा-चिनिया पथ एनएच 75 गढ़वा से शुरू होकर मुख्य रूप से कल्याणपुर, चामा, पेसका, गेरुआसोती, कोलदह, तसरार, कपराठ, सोती व चिनिया प्रखंड मुख्यालय से साढ़े पांच मीटर चौड़ी पीडब्ल्यूडी सड़क को जोड़ते हुए रंका अनुमंडल के विभिन्न सुदूरवर्ती आदिवासी व नक्सल प्रभावित गांव से होते हुए रंका अनुमंडल मुख्यालय में एनएच 343 को जोड़ेगा। जबकि रंका- रमकंडा पथ रंका अनुमंडल मुख्यालय के एनएच 343 से शुरू होकर मुख्य रूप से रंका, लिदीकंडा, मानपुर, मतौली, पूरेगाड़ा, चटकमान, केरवा, रमकंडा सहित अन्य आदिवासी व नक्सल प्रभावित गांव से होते हुए हुए पलामू जिला के चैनपुर प्रखंड को जोड़ेगा। इन सड़कों को छत्तीसगढ़ व उत्तर प्रदेश की सीमा से जुड़ने के कारण गढ़वा जिला मुख्यालय से छत्तीसगढ़ व उत्तर प्रदेश की दूरी भी काफी कम हो जाएगी।
मंत्री श्री ठाकुर ने कहा कि रमना, बिशुनपूरा व मंझियाव भी तीव्र गति से सड़कों से आच्छादित होंगे। गढ़वा ज़िले में जिस गति से सड़कों का निर्माण हो रहा है, अब वह दिन दूर नहीं कि हर प्रखंड, पंचायत और गांव अच्छी सड़कों से जुड़ जायेंगे। प्रत्येक गांव की सड़क पीडबल्यूडी सड़क से जुड़ जाए ऐसा हमारा ऐक्शन प्लान है। इन सड़कों की कैबिनेट से मंजूरी प्रदान करने के लिए मंत्री श्री ठाकुर ने गढ़वा की जनता की ओर से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया है।