गढ़वा:आफताब ने पुष्पेंद्र बनकर पूजा को दिया धोखा, न्याय के लिए दर दर भटक रही पूजा
अतुलधर दुबे
गढ़वा: आफताब ने पुष्पेंद्र बनकर पूजा को प्रेमजाल में फंसाया फिर शादी की और बेटी जन्म लेने के बाद उसे धोखा देकर फरार हो गया है। पूजा अब न्याय के लिए दर दर भटक रही है। पूजा यूपी के सोनभद्र जिलांतर्गत गुरमा की रहने वाली है। जबकि युवक मेराल थाने के सोहबरिया का रहने वाला है।
पूजा का कहना है कि आफताब अंसारी गुरमा में उसके घर के पास अपना दवा दुकान चलाता था। उसी दौरान उससे जब संपर्क हुआ तो उसने अपना नाम पुष्पेंद्र सिंह और घर मिर्जापुर जिले का लालगंज बताया और शादी करने के लिए दबाव बनाया। घर के परिजन इसके लिये जब तैयार नहीं हुए तो दोनों ने भागकर मंदिर में शादी कर ली।
शादी के बाद आफताब ने विवाहिता को लालगंज में अपना घर बताकर ले गया। वहां से तीन चार दिन बाद वह मिर्जापुर ले लाया और किराए पर कमरा लेकर वहीं रखने लगा।
इस बीच आफताब को उसकी नानी के निधन की सूचना मिली, जिसके बाद वह नानी के अंतिम संस्कार में अकेले आने के लिए व्याकुल हो गया। लेकिन जब उसने साथ चलने की जिद की तो वह साथ लेकर झारखंड में अपने ननिहाल आया।
जहां आने पर उसे आशंका हुई कि उसके साथ धोखा हुआ है। हालांकि भेद खुलने के बाद पूछने पर हमेशा उसने स्वयं को हिन्दू बताया। प्रमाण के रूप में पुष्पेंद्र सिंह नाम और लालगंज घर होने से संबंधित एक फर्जी आधार कार्ड दिखाता रहा।
एक बार वह मुहर्रम के दौरान उसे लेकर जब सोहबरिया आया तब उसके घर के लोगों को देख पक्का हो गया कि वह धोखा की शिकार हो गयी है। वापस मिर्जापुर लौटने के बाद एक दिन उसने जब आफताब के पर्स को फाड़कर देखा तो उसका आफताब अंसारी नाम और झारखंड के मेराल थाने के सोहबरिया से संबंधित पता वाला आधार कार्ड मिला। यह भी पता चला कि आफताब उसके साथ शादी से पहले से शादीशुदा है और पहली पत्नी से उसके बाल बच्चे हैं।
भेद खुलने के बाद पीछा छुड़ाने की कोशिश
पूजा ने बताया कि 2020 में गर्भवती होने और भेद खुलने के बाद दोनों में झगड़ा होने लगा। जिसके बाद आफताब ने उससे पीछा छुड़ाने के लिए भागने लगा। पति को भागते देख उसने इसकी शिकायत चोपन थाने में की। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद वह फिर से साथ में रहने लगा।
इसी बीच 28 जुलाई को 2021 को उसने एक बच्ची को जन्म दिया। बेटी के जन्म के बाद फिर वह भाग गया। जिसे खोजते हुए जब सोहबरिया पहुंची तो उसके देवर ने उसके साथ मारपीट की। लेकिन गांव की पंचायत ने आफताब को उसे साथ रखने का फैसला सुनाया।
इसके बाद वह पुनः उसे लेकर मिर्जापुर आ गया। कुछ दिन पूर्व वह पूजा के साथ मारपीट करने के बाद आफताब मिर्जापुर से फरार हो गया है। पति को खोजते हुए गत शुक्रवार की शाम में पूजा पति घर सोहबरिया पहुंची तो रात में वह वहीं रुकी।
शनिवार की सुबह सास ने पूजा को धक्का देकर घर से बाहर भगा दिया। पति की खोज में पूजा अपनी दुधमुंही बच्ची के साथ दर दर भटक रही है। उसने मेराल थाने को घटना की जानकारी दी तथा न्याय की गुहार लगाई है।