श्री बंशीधर नगर: बिना उदघाटन के आनन फानन में एलएचएस को चालू करने की जल्दबाजी
उज्जवल विश्वकर्मा
श्री बंशीधर नगर : नगर ऊंटारी रेलवे स्टेशन के पश्चिम में स्थित रेलवे गेट नंबर 36 स्पेशल टी के निकट एलएचएस का निर्माण कार्य अभी तक पूर्ण नहीं हुआ है। अभी कई काम होने बाकी हैं, उक्त एलएचएएस का उदघाटन भी नहीं हुआ है। इसे रेलवे के उच्च अधिकारी भी मानते हैं। फिर भी रेलवे के तकनीकी अधिकारी गेट को बंद कर आधा अधूरा एलएचएस को चालू करने की जल्दबाजी में हैं। गेट को बंद कर अर्द्धनिर्मित एलएचएस को चालू किए जाने की कसरत कवायद से लोगों में रेलवे के प्रति रोष व्याप्त है। टेक्निकल एक्सपर्ट के मुताबिक एलएचएस के निर्माण में कई खामियां भी हैं, जिसकी जांच होने पर जिम्मेदार अधिकारी नप सकते हैं। बताया जा रहा है कि खामियां उजागर न हो इसलिए तकनीकी अधिकारी बिना उदघाटन हुए आनन फानन में अर्द्धनिर्मित एलएचएस को चालू करने की फिराक में हैं।
एलएचएस में अभी कई काम बाकी
रेल विभाग के अधिकारी भी मानते हैं कि एलएचएस निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हुआ है। अभी कई काम बाकी है। ड्रेनेज का काम कंप्लीट नहीं होने के कारण एलएचएस में अभी भी पानी जमा जा रहा है। ड्रेनेज फैसिलिटी के लिए संप (कूप) और एलएचएस के उपर में कवरिंग के लिए शेड का निर्माण कार्य किया जाना बाकी है। जानकारी के अनुसार एलएचएस निर्माण लंबे समय से चल रहा है। निर्माण कार्य पूर्ण करने की समयावधि फरवरी 25 तक निर्धारित है। जो काम शेष है वह 25 दिन में संभव नहीं है, इसलिए इसलिए आनन फानन में इसे चालू करने की योजना है। चालू होने के बाद कछुए की चाल से काम जारी रखने की मंशा है।
एलएचएस निर्माण में गड़बड़ी, उपयोगिता पर संशय
एलएचएस निर्माण में गड़बड़ी हुई है। जानकारी के अनुसार एलएचएस के चालू होने पर पानी की निकासी नहीं होने और जलजमाव होने के कारण एलएचएस की उपयोगिता को लेकर लोगों के मन में संशय व्याप्त है। अभी एलएचएस की जो स्थिति है, उस लिहाज से गर्मी के दो महीनों को छोड़ शेष 10 महीनें उसमें जलजमाव की आशंका है। बिल्डिंग निर्माण और कंक्रीट कार्य से जुड़े विशेषज्ञ भी इससे सहमत हैं। बिल्डिंग और कंक्रीट कार्य से लंबे समय से जुड़े रहने वाले तकनीकी मामलों के जानकार बताते हैं कि गेट नंबर 36 स्पेशल टी के पास निर्मित एलएचएस का निर्माण त्रुटिपूर्ण हुआ है। इसकी डिजाइन और कार्य की गुणवत्ता दोनों गड़बड़ है। डिजाइन खराब होने के कारण एलएचएस के भीतर एक्सीडेंट की प्रबल संभावना है। जमीन और ढलाई में गैप और कई जगहों पर दिखी दरारें निर्माण कार्य की गुणवत्ता की व्यथा कथा स्वयं बता रही है।