श्री बंशीधर नगर: किसान का बेटा बना बैंक मैनेजर,जानिए कैसे हासिल की सफलता!
श्री बंशीधर नगर: सफलता का कोई शॉर्ट कट नहीं होता, संघर्ष ही सफलता का मूल मंत्र है. ऐसा ही कुछ कर दिखाया है गढ़वा जिले के श्री बंशीधर नगर प्रखंड के एक युवक ने . हम बात कर रहे हैं गढ़वा के बंशीधर नगर क्षेत्र के पाल्हे कलां गांव के रहने वाले नंदा चौबे की । जिन्होंने अपनी मेहनत के बल पर मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक में बैंक मैनेजर के पद पर चयनित होकर सफलता की एक नई इबारत लिखी है.नंदा चौबे एक बेहद गरीब परिवार से आते हैं. इनके पिता खेती करके किसी तरह परिवार का भरण पोषण करने के साथ ही उनकी पढ़ाई-लिखाई का खर्च मुश्किल से उठा पाते थे. परंतु नंदा चौबे ने विपरीत परिस्थितियों को कभी अपने लक्ष्य में बाधा नहीं बनने दिया. उन्होंने वो कर दिखाया जो हर एक युवा के लिए मिशाल है. नंदा ने यह परीक्षा पास कर यह दिखा दिया की कितनी भी विषम परिस्थितियों हो हमें भ्रमित नहीं होना चाहिए. अपने लक्ष्य पर मजबूती के साथ डटे रहना होगा.
पिता सहदेव चौबे बोले– बेटे पर गर्व है मुझे नंदा का कहना है, ‘जिस पेड़ ने पतझड़ झेले हैं उसी पेड़ पर बसंत ऋतु आती है. अगर आप सफलता की ओर बढ़ रहे हैं तो आपके जीवन में कई बाधाएं आएंगी. लेकिन उन सब का आपको डटकर मुकाबला करना होगा तभी आप सफलता प्राप्त कर सकते हैं’. उनके पिता सहदेव चौबे के मुताबिक उनका एक सपना था कि उनका बेटा बड़ा होकर पढ़ लिखकर एक बड़ा अफसर बने जिसे उसने पूरा कर दिया है. उन्हें अपने बेटे पर बड़ा ही गर्व है क्योंकि वह जो चाहते थे उनके बेटे ने उसे पूरा कर यह साबित कर दिया कि परिस्थितियों सफलता की राह में रोड़ा नहीं बन सकती है.
संघर्ष ही सफलता का मूल मंत्र है: नंदा चौबे ने बताया कि संघर्ष ही सफलता का मूल मंत्र है. यदि आप अपने जीवन में सफल होना चाहते हैं तो हमें कभी हार नहीं माननी चाहिए. परिस्थितियों कैसी भी हो हमें अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर रहना चाहिए. वह बताते हैं की इसी कड़ी मेहनत का नतीजा रहा कि उनका चयन मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक में बैंक मैनेजर के पद पर हुआ.