रमना: हमारी विशिष्ट सभ्यता और संस्कृति को बरकरार रखने की जरूरत: ताहिर
रमना: प्रखंड सिलीदाग के मंगरा बिवाटीकर गांव में करमा पर्व के अवसर पर प्रत्येक वर्ष की तरह दो दिवसीय मेले का समापन सोमवार को किया गया.इसके पूर्व करम पेड़ की डाली स्थापित कर, बैगा व पाहन की उपस्थिति में पूरे विधि विधान व मंदार के थाप के बीच पूजा अर्चना की गई. तथा व्रती महिलाओं व युवतियों द्वारा अपने भाईयों के दिर्घायु जीवन एवं परिवार व क्षेत्र के लिए खुशहाली की मंगलकामना की गई.इस अवसर पर झामुमो नेता ताहिर अंसारी ने कहा कि हमारी विशिष्ट सभ्यता और संस्कृति को बरकरार रखने की जरूरत है.समाजसेवी दीपक प्रताप देव ने कहा की हम आदिवासी प्रकृति के पूजक है. प्रकृति को संजोकर रखना हम सभी का कर्तव्य है. पूरे विश्व में आदिवासी सभ्यता और संस्कृति की एक अलग पहचान है. इस अवसर पर रात भर मांदर के थाप व ढोल नगाड़ों के बीच करम के गीत गाये गए.इस अवसर पर झामुमो प्रखंड अध्यक्ष नागेंद्र कुमार सिंह,बाबूलाल उरांव, विनोद उरांव,आनंद उरांव, बिकलेश उरांव,सुदेश उरांव,टुनटुन सोनी,बबलू गुप्ता,अनूप कुमार,रामचंद्र राम सहित कई लोग मौजूद थे.