मेराल के हासनदाग पंचायत में झामुमो छोड़कर दो सौ से अधिक लोगों ने थामा भाजपा का दामन
- मंत्री के आतंक से खात्मा के लिए चुनाव का इंतजार कर रही हैं जनता: सत्येन्द्रनाथ
- मंत्री के डर से लोग गलत का भी नहीं कर पा रहे है विरोध
गढ़वा। रविवार को मेराल प्रखंड क्षेत्र के हासनदाग पंचायत अंतर्गत अमवाटोली में दो सौ से अधिक झामुमो कार्यकर्ताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया। सभी को भाजपा के पूर्व विधायक सत्येन्द्रनाथ तिवारी ने पार्टी का पट्टा और माला पहनाकर शामिल कराया। भाजपा में शामिल होने वालों में मुख्य रूप से हासनदाग पंचायत के झामुमो युवा मोर्चा के पंचायत अध्यक्ष विनय चौधरी, सचिव सकेन्द्र चौधरी दिलीप विश्वकर्मा, अंतू चौधरी, अखिलेश चौधरी, केतारू चौधरी, पूर्व मुखिया रामप्रवेश चंद्रवंशी, उपेन्द्र ठाकुर, कृष्णकांत चौधरी, मथुरा चौधरी, विजय चौधरी, मनोज बैठा, इंद्रदेव चौधरी, कमलेश चौधरी, उपेन्द्र कुमार चंद्रवंशी, रमेश्वर चौधरी, ब्रहमदेव चौधरी, कामेश्वर चौधरी, महेन्द्र चौधरी, अंबिका चौधरी, वासुदेव चौधरी, सुनील चौधरी, सत्येन्द्र चौधरी, रामदेव चौधरी, रामवृक्ष चौधरी, राजबली चौधरी, पल्टन चौधरी, अर्जुन चौधरी, सुकन चौधरी, भनेश्वर चौधरी, शिवनाथ चौधरी, श्रवण चौधरी, भर्दुल विश्वकर्मा, प्रभा देवी, रजनी देवी सुशीला देवी, रंजु देवी, मानेदव चौधरी, फूल कुमारी देवी, गीता देवी, रतनी देवी, दुर्गावती देवी, पूनम देवी सहित अन्य लोगों का का नाम शामिल है। मौके पर पूर्व विधायक सत्येन्द्रनाथ तिवारी ने कहा कि विधायक सह मंत्री मिथिलेश ठाकुर के आतंक से क्षेत्र के लोग काफी परेशान और दहशत में है। मंत्री और उनके द्वारा पोषक सामंती गुर्गे के भय से लोग गलत का विरोध नही कर पा रहे है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों मेराल के एक चौधरी परिवार के व्यक्ति को मंत्री के गुर्गे के द्वारा बुरी तरह पिटाई कर दोनों हाथ तोड़ दिया गया। लेकिन उस मामलें में मंत्री ने आरोपी को सजा दिलाने के बजाए उसे केस से बचाने के प्रयास में लग गए है। उन्होंने कहा कि आखिर नथन चौधरी का कसूर क्या था। जिसकी हत्या कर दी गई। हत्या के बाद जब लोगों ने उसका लोकतांत्रिक तरीके से विरोध किया, तो मंत्री ने चौधरी समाज और मेराल के व्यवसायियों पर लाठी चलवाने का काम किया था। यह बात किसी से छिपी हुई नही है। मंत्री के इस आतंक से खात्मा के लिए जनता अब चुनाव का इंतजार कर रही है। पूर्व विधायक ने कहा कि मंत्री गढ़वा-रंका विधानसभा क्षेत्र को अपना जागिर समझ लिए है। वह गढ़वा को अपना गुलाम समझ बैठे है। मंत्री सत्ता के नशा में इस तरह से चूर हो गए है कि वह गढ़वा के आस्था का केन्द्र बिंदू मां गढ़देवी मंदिर के तोरण द्वार में भी अपना मां-पिता का नाम अंकित करा दिए। यह गढ़वावासियों के गाल पर करारा तमाजा है। शहर के व्यवसायी और आम लोग डर के कारण इसका खुलकर विरोध नही कर पाए। लोग मंत्री के दहशत के कारण सही को सही और गलत को गलत कहने का हिम्मत नही जुटा पा रहे है। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार अपने हाथ से सत्ता जाता देख प्रत्येक दिन तरह-तरह का घोषणा कर फिर से सत्ता पर काबिज होना चाहती है। लेकिन जनता इस बार हेमंत सरकार को सत्ता से बेदखल करने का मूड बना चुकी है। उन्होंने कहा कि मंत्री को घमंड हो गया है कि इस बार वे पैसे के बल पर जनता को दिग्भ्रमित कर लेंगे। लेकिन जनता उन्हें सबक सिखाने के लिए तैयार बैठी है। मौके पर श्याम सुंदर विश्वकर्मा, कृष्णा मेहता, सूर्यदेव चौधरी सहित काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।