अग्निपथ योजना :अग्निपथ स्कीम का देशभर के युवाओ द्वारा हो रहा विरोध प्रदर्शन, आइए जाने क्यों हो रहा है यह आंदोलन
अग्निपथ योजना के खिलाफ देश भर में प्रदर्शन जारी है. बिहार से शुरू हुआ विरोध-प्रदर्शन अब कई राज्यों तक पहुंच गया. उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा में भी व्यापक प्रदर्शन हुआ. बिहार में तो ट्रेन में आग लगा दी गयी। सड़क जाम कर प्रदर्शन किया गया। जानें क्यों हो रहा है आंदोलन.
अग्निपथ स्कीम के खिलाफ बिहार से शुरू हुआ प्रदर्शन अब कई राज्यों में फैल गया है. बिहार के पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा में भी केंद्र सरकार की इस योजना के खिलाफ जमकर विरोध-प्रदर्शन किया गया. बिहार में ट्रेन में आग लगा दी गयी। राजस्थान, हरियाणा,उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्ग को बाधित कर दिया गया. बिहार और उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर आगजनी हुई है. विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि सेना में उन्हें सिर्फ 4 साल के लिए भर्ती नहीं किया जाये बल्कि सेना के नियम के मुताबिक ही उन्हें सेना, नौसेना एवं वायुसेना में कमीशन किया जाये। मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘अग्निपथ योजना’ की लांचिंग की थी. इसके बाद बुधवार से बिहार में इसके खिलाफ प्रदर्शन शुरू हो गये. उसके बाद प्रदर्शन हिंसक हो गया, लोग सड़कों पर टायर जलाकर प्रदर्शन किये गये, तो ट्रेन की बोगियों में आग लगा दी गयी.
बिहार के युवाओं का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है. दिल्ली-हावड़ा मेन लाइन के बक्सर और आरा में स्थित रेलवे स्टेशनों पर युवाओं ने जमकर उत्पात मचाया साथ ही रेलवे की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया। रेलवे स्टेशन पर जमकर तोड़फोड़ की.
बता दे कि उत्तर प्रदेश में भी विरोध-प्रदर्शन तेज हो गया है,बिहार के पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में भी कई शहरों में जोरदार विरोध प्रदर्शन हुआ. युवाओं ने योजना को रद्द करने की मांग करते हुए ‘अग्निपथ योजना वापस लो’ के नारे लगाये. युवाओं ने बुलंदशहर के अलावा प्रयागराज, गोरखपुर और मथुरा में विरोध प्रदर्शन किया. आपको बता दे कि ‘अग्निपथ योजना’ के तहत 17 से 21 वर्ष तक की आयु के युवाओं की सेना में ‘अग्निवीर’ के रूप में भर्ती होगी और इन्हें 30 से 40 हजार रुपये वेतन मिलेंगे. जितने जवानों की भर्ती होगी, उनमें से 25 फीसदी को सेना में शामिल कर लिया जायेगा, जबकि बाकी को एकमुश्त राशि देकर सेना से बाहर कर दिया जायेगा. इन्हें राज्य सरकारों की नौकरी में प्राथमिकता दी जायेगी. साथ ही असम राइफल्स और सीएपीएफ की भर्ती में भी इन्हें वरीयता दी जायेगी.