गढ़वा: भाजपा के लिए फ्यूज बल्ब साबित होंगे बाबूलाल – झामुमो
हेमंत की लोकप्रियता के आगे भाजपा चारों खाने चित्त – झामुमो
गढ़वा: झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता धीरज दुबे ने गढ़वा में आयोजित बाबूलाल मरांडी के संकल्प यात्रा को लेकर कहा कि आने वाले दिनों में बाबूलाल मरांडी भाजपा के लिए फ्यूज बल्ब साबित होंगे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की लोकप्रियता के आगे भाजपा चारों खाने चित्त हो गई है. राज्य में समाज के अंतिम व्यक्ति को ध्यान में रखते हुए जिस तरह से सरकार जनहित की योजना चला रही है उससे भाजपा में हाहाकार मचा हुआ है. परिणाम स्वरूप अखंड अहंकार में डूबी भाजपा को 2019 के विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद पुनः आजसू के साथ गठबंधन करने के लिए बाध्य होना पड़ा परंतु यह गठबंधन भी हेमंत सोरेन की लोकप्रियता के आगे नहीं टिक पाई और उन्हें कई उपचुनावों में हार का सामना करना पड़ा. उपचुनाव के परिणाम से घबराई भाजपा का शीर्ष नेतृत्व झारखंड में वापस जनाधार पाने के लिए बाबूलाल मरांडी को अपने साथ लेकर आई है परंतु पहले से कई गुटों में बंटा प्रदेश नेतृत्व में बाबूलाल ने एक और गुट बढ़ाने के अलावा कोई फायदा नहीं पहुंचाया. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बनते ही बाबूलाल मरांडी ने झारखंड विकास मोर्चा के कई नेताओं को प्रमुख जगहों पर तरजीह देना प्रारंभ कर दिया है जिससे मुख्य भाजपा के कई नेताओं में भारी नाराजगी है. *असली संकल्प का जरूरत भाजपा को अपने ही पार्टी में है जहां उन्हें प्रदेश स्तर पर बैठक करके प्रदेश स्तरीय नेताओं को एकजुटता का संकल्प दिलाना चाहिए था.
कमोवेश यही स्थिति भाजपा का गढ़वा जिला में भी है, यहां भी भाजपा कई गुटों में बंटा हुआ है. गढ़वा में कंघी छाप भाजपा और फूल छाप भाजपा में लड़ाई जारी है. कोई भी नेता एक दूसरे को देखना तक पसंद नहीं कर रहा, यहां तक की पार्टी के प्रेस कॉन्फ्रेंस में ही मारपीट की नौबत आ जा रही है. भाजपा के पूर्व प्रत्याशी सत्येंद्र नाथ तिवारी व्यक्तिगत स्वार्थ में इतने डूब गए हैं की पार्टी का कोई भी दूसरा नेता उन्हें रास नहीं आ रहा है और खुले मंच से वह सब पर टिप्पणी कर रहे हैं. अपने वक्तव्य से लगातार महिलाओं का अपमान कर रहे भाजपा के पूर्व विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी को बाबूलाल मरांडी के द्वारा महिलाओं का सम्मान करने का संकल्प दिलाना चाहिए. 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा में रहकर ही भाजपा के खिलाफ चुनाव प्रचार करने वाले पूर्व विधायक को बाबूलाल मरांडी के द्वारा वफादारी का संकल्प दिलाना चाहिए. बाबूलाल मरांडी गढ़वा में आकर अपना समय और ऊर्जा व्यर्थ कर रहे हैं क्योंकि गढ़वा-रंका विधानसभा में हुए विकास कार्यों को देखकर यहां की जनता ने पुनः मिथिलेश कुमार ठाकुर को विधायक बनाने का संकल्प ले लिया है.